दैनिक भास्कर
Jun 27, 2020, 04:53 PM IST
क्या वायरल: सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि फटा दूध पीने से इम्युनिटी बढ़ती है और ऐसा करना कोरोना से लड़ने के लिए फायदेमंद है।
- इंटरनेट पर कुछ वेबसाइट्स के साथ सोशल मीडिया के जरिए इन दिनों ये दावा किया जा रहा है कि फटे दूध का पानी पीने से इतनी इम्युनिटी बढ़ाई जा सकती है। ऐसे पैदा हुई इम्यूनिटी कोरोना से लड़ने के लिए काफी है। इस दावे को लोग सही मानकर अन्य लोगों को शेयर कर रहे हैं। दावे की सत्यता जांचने के लिए दैनिक भास्कर की फैक्ट चेक टीम ने तीन एक्सपर्ट्स से बात की।
फटे दूध से इम्युनिटी बढ़ने से जुड़े दावे
फैक्ट चेक पड़ताल
- healthsite.com वेबसाइट पर फटे दूध से इम्युनिटी बढ़ने वाली जो खबर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। उसकी हैडिंग है – इम्यूनिटी बूस्ट करे फटे हुए दूध का पानी, पढ़ें इसके उपयोग और फायदे। यहां हैडिंग में तो फटे दूध से इम्युनिटी बढ़ने का दावा किया गया है। लेकिन, खबर के अंदर किसी भी साइंटिफिक रिपोर्ट या फिर एक्सपर्ट का हवाला नहीं दिया गया है। कुल मिलाकर एक मिथ के आधार पर ही खबर पब्लिश की गई है।
- आयुष मंत्रालय ने कोविड-19 के दौर में इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर गाइडलाइन जारी की है। दावे की सत्याता जांचने के लिए हमने सबसे पहली इन गाइडलाइंस को पढ़ा। इसमें अधिकतर वही तरीके बताए गए हैं। जिन्हें लोग घर पर ही अपना सकते हैं। यहां इम्युनिटी बढ़ाने के लिए दिन में एक से दो बार हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी गई है। लेकिन, फटा दूध पीने से जुड़ी कोई सलाह नहीं है। (यहां पढ़ें गाइडलाइन)
1. पहली एक्सपर्ट न्यूट्रीशनिस्ट निधि शुक्ला पांडे के अनुसार, फटा हुआ दूध एक बेहतर प्रोटीन सोर्स है। ये एक अच्छा प्री और पोस्ट वर्कआउट ड्रिंक भी होता है। कई और भी फायदे हैं। इससे मिलने वाले तत्व इनडायरेक्टली इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। लेकिन, फटा दूध पीने से सीधे इम्युनिटी बढ़ती है, ये पूरी तरह सिद्ध नहीं है।
2. दूसरे एक्सपर्ट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद के डॉक्टर हरीष भाकुनी कहते हैं – दूध इम्यून सिस्टम बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन, फटे हुआ दूध पीने से इम्युनिटी बढ़ने जैसी बात अब तक सिद्ध नहीं हुई है।
3. तीसरी एक्सपर्ट आयुर्वेदाचार्य किरण गुप्ता के अनुसार, फटे हुए दूध का पानी डाइजेशन को ठीक करने और लीवर के लिए अच्छा होता है। इम्युनिटी बढ़ाने से इसका सीधे तौर पर कोई कनेक्शन नहीं है।
वैक्सीन बनने तक बेहद सावधान रहें
- कोविड -19 से दुनिया भर में संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा 1 करोड़ होने वाला है। लोग वायरस से डरे हुए हैं। डॉक्टरों, वैज्ञानिकों से लेकर WHO ने स्पष्ट कर दिया है कि इस समय दुनिया के पास कोविड-19 वायरल को ठीक करने की कोई एक दवा या वैक्सीन नहीं है।
- कोविड-19 से लड़ने के दो प्रमुख औजार हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और इम्युनिटी। सोशल डिस्टेंसिंग से संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है। और इम्युनिटी से शरीर को संक्रमण से लड़ने लायक बनाया जा सकता है। यही वजह है कि हर व्यक्ति इस समय अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के प्रयास में है। हालांकि, इसका फायदा उठाकर कई तत्व इम्युनिटी और कोरोना के इलाज से जुड़े भ्रामक दावे करने में लगे हुए हैं।
निष्कर्ष : फटा दूध पीने के कई फायदे हैं। यह दूध के प्रोटीन कैसीन का अच्छा सोर्स है। लेकिन, इसे पीने से कोरोना से लड़ने वाली इम्युनिटी बढ़ने वाला दावा भ्रामक है।