- गुरुवार को सीबीएसई ने कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से 10वीं और 12वीं के बचे हुए पेपर रद्द करने का फैसला किया था
- आईसीएसई बोर्ड ने भी 10वीं और 12वीं बोर्ड के एग्जाम रद्द करने का फैसला किया था, लेकिन वह स्टूडेंट्स को बाद में पेपर देने का विकल्प नहीं देना चाहता
दैनिक भास्कर
Jun 26, 2020, 11:21 AM IST
नई दिल्ली.
सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की 12वीं की बाकी बची परीक्षाओं को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में लगातार दूसरे दिन सुनवाई जारी है है। ICSE बोर्ड की बाकी परीक्षाओं को लेकर बोर्ड ने कोर्ट को बताया कि 10वीं के छात्रों को भी बाद में फिर से परीक्षा देने का विकल्प दे सकते हैं। बोर्ड ने यह भी कहा कि उनका ‘एवरेजिंग मार्क्स’ फॉर्मूला सीबीएसई से अलग है। ICSE के वकील जयदीप गुप्ता ने कहा कि मैंने सीबीएसई का हलफनामा पढ़ा है और हमारा भी करीब-करीब ऐसा ही है।
गुरुवार को सुनवाई में क्या हुआ था
सीबीएसई ने कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से 10वीं और 12वीं के बचे हुए पेपर रद्द करने का फैसला किया था। इन दोनों क्लास के 29 सब्जेक्ट्स के पेपर 1 से 15 जुलाई के बीच होने थे। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को हुई सुनवाई में बोर्ड की तरफ से सरकार ने बताया कि अब 12वीं के स्टूडेंट्स का असेसमेंट उनके पिछले 3 एग्जाम के आधार पर होगा। वे बचे हुए पेपर बाद में भी दे सकेंगे। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि आईसीएसई बोर्ड ने भी 10वीं और 12वीं बोर्ड के एग्जाम रद्द करने का फैसला किया था, लेकिन वह स्टूडेंट्स को बाद में पेपर देने का विकल्प नहीं देना चाहता।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था?
- 12वीं की परीक्षा के बारे में सीबीएसई नोटिफिकेशन जारी करे।
- अभी इंटरनल असेसमेंट और बाद में बचे हुए पेपर देने का विकल्प दिया जाए।
- रिजल्ट घोषित करने की तारीख बताई जाए।
- स्टेट बोर्ड में एग्जाम्स किस तरह होंगे, इस पर केंद्र स्थिति साफ करे।