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6 साल पहले जिस चिट्‌ठी ने सभी भाइयों को संपत्ति पर बराबरी का हक दिया था, अब उसी चिट्‌ठी की वजह से 4 भाइयों में 83 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का विवाद

  • 84 साल के श्रीचंद हिंदुजा और उनकी बेटी वीनू उस लेटर को बेकार घोषित करना चाहते हैं, जिस पर विवाद हुआ है
  • 2014 का यह लेटर कहता है कि एक भाई के पास जो भी दौलत है, वह सभी की है, इस पर चारों भाइयों के साइन

दैनिक भास्कर

Jun 24, 2020, 06:01 PM IST

मुंबई. 1914 में मुंबई से हिंदुजा ग्रुप की शुरुआत करने वाले हिंदुजा परिवार में प्रॉपर्टी का विवाद सामने आया है। यह विवाद 83 हजार करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को लेकर है। हालांकि जिस पत्र से विवाद शुरू हुआ है, वह पत्र 2014 का है। चारों भाइयों के साइन किए हुए लेटर को लेकर हिंदुजा भाइयों में जंग छिड़ी हुई है। यह लेटर कहता है कि एक भाई के पास जो भी दौलत है, वह सभी की है, लेकिन 84 साल के श्रीचंद हिंदुजा और उनकी बेटी वीनू चाहते हैं कि इस लेटर को बेकार घोषित कर दिया जाए।

पत्र कहता है कि एक भाई के पास जो संपत्ति है, वह सभी की है। प्रत्येक व्यक्ति दूसरों को अपने एक्जीक्यूटर के रूप में नियुक्त करेगा।

लंदन के जज के फैसले के बाद सामने आया विवाद

यह विवाद मंगलवार को लंदन के एक जज के फैसले से सामने आया है। फैसले में कहा गया कि तीन अन्य भाइयों गोपीचंद, प्रकाश और अशोक ने हिंदुजा बैंक का नियंत्रण लेने के लिए पत्र का इस्तेमाल करने की कोशिश की। यह असेट सिर्फ श्रीचंद के नाम से थी। जज ने कहा, श्रीचंद और वीनू चाहते हैं कि अदालत यह तय करे कि पत्र का कोई कानूनी असर नहीं होना चाहिए और इसे विल के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि श्रीचंद ने 2016 में इस बात पर जोर दिया था कि पत्र उनकी इच्छाओं को जाहिर नहीं करता है और परिवार की संपत्ति को इससे अलग किया जाना चाहिए।

मुकदमेबाजी का कोई असर नहीं होगा

एक बयान में तीनों भाइयों ने कहा कि मुकदमेबाजी का उनके कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा और यह कार्यवाही हमारे संस्थापक और परिवारिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ये सिद्धांत दशकों से हैं। हमारा सिद्धांत यह है कि सब कुछ हर किसी का है और कुछ भी किसी का नहीं है। तीन भाइयों ने एक ईमेल में कहा, हम प्रेमपूर्वक पारिवारिक मूल्यों को बनाए रखने के दावे का बचाव करना चाहते हैं। रूलिंग के अनुसार, यदि दावा सफल होता है तो श्रीचंद के नाम पर सभी संपत्ति उनकी बेटी और उनके करीबी परिवार के पास होगी, जिसमें हिंदुजा बैंक में पूरी हिस्सेदारी शामिल है।

दुनिया के अमीर लोगों में शामिल है हिंदुजा परिवार

जज ने कहा कि श्रीचंद के पास अपने वकीलों को निर्देश देने की क्षमता नहीं है और उन्होंने वीनू को अपनी ओर से कार्रवाई करने के लिए नियुक्त किया। हिंदुजा परिवार दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल है। उनकी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा हिंदुजा समूह से निकला है। वेबसाइट के अनुसार, आज लगभग 40 देशों में फाइनेंस, मीडिया और हेल्थकेयर में इसके फैले हुए निवेश हैं। ब्लूमबर्ग के अरबपतियों के इंडेक्स के अनुसार, फैमिली का कुल वैल्यू 11.2 अरब डॉलर है।

इंडसइंड बैंक के शेयर इस साल 70 प्रतिशत गिरे

चारो हिंदुजा भाई बहन मुंबई स्थित समूह को चलाने में मदद करते हैं, जो महामारी से उपजी आर्थिक उथल-पुथल से प्रभावित हुई है। हिंदुजा ग्रुप की अशोक लीलैंड लिमिटेड के शेयर मार्च में एक तिहाई से ज्यादा गिर गए। इस दौरान, वैश्विक मंदी ने समूह के गल्फ ऑयल इंटरनेशनल को भी चोट पहुंचाई है। इस महीने आरबीआई ने इंडसइंड बैंक लिमिटेड में हिस्सेदारी बढ़ाने की भाइयों की अपनी योजना पर पानी फेर दिया। इस साल में अब तक बैंक के शेयरों में 70 प्रतिशत की गिरावट आई है।

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