दैनिक भास्कर
Jun 20, 2020, 03:05 PM IST
भूमि पेडणेकर ने दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म ‘सोनचिड़िया’ में काम किया था। यह फिल्म 1 मार्च 2019 को रिलीज हुई थी। तब किसी को अंदाजा भी नहीं था कि सुशांत किसी दर्द से गुजर रहे हैं और सालभर बाद ही सुसाइड जैसा कदम उठा सकते हैं। उनके जाने के 5 दिन बाद भूमि ने उन्हें याद किया है और सोशल मीडिया पर भावुक कविता लिखी है।
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भूमि ने अपनी कविता को ‘सुपरनोवा’ टाइटल दिया है। उन्होंने लिखा है, “मैं सुबह जागती हूं और तुम्हारे बारे में सोचती हूं। मैं अपनी सभी चैट्स, हैबिट्स और मूड्स के बारे में सोचती हूं। फिर अंदर एक ऐसा होता है, जिसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकती। मैं तुम्हे महसूस करूंगी। जब हम पहली बार मिले, तब तुमने मुझसे कहा था कि तुम मुझे स्टार्स दिखाओगे। जितना मैं जानती हूं, तुम्हारे हर शब्द का अर्थ होता था।”
टेलिस्कोप देख हक्की-बक्की रह गई थीं
वे आगे लिखती हैं-पूरी मुस्कराहट और गर्व के साथ तुमने यह मेसिव बिग ब्लैक होल, तुम्हारा दोस्त, तुम्हारा टेलिस्कोप दिखाया। मैं हक्की-बक्की रह गई थी। पूरे एक्साइटमेंट के साथ तुम बच्चे की तरह कूद पड़े थे। तैयार थे हमें एक यात्रा पर ले जाने के लिए। तुम हमें चांद पर ले गए और वापस भी लाए। मुझे याद है कि उस समय चंद्रमा लाल हो रहा था। तुमने हमें सैटर्न, जुपिटर और करोड़ों तारे दिखाए।”
सुशांत ने कई तरह के चैलेंज दिए थे
भूमि की कविता के मुताबिक, सुशांत ने उन्हें उलटे हाथ से लिखने का चैलेंज दिया था। रेस और क्विज की चुनौती दी थी। उनके बीच कई राइटर्स, थ्योरीज, सक्सेस और लाइफ पर बातचीत हुई थी। उनके बीच लड़ाई भी हुई। उन्होंने संगीत को चार्ट्स और एल्गोरिदम की मदद से समझने की कोशिश की। उन्होंने आर्ट के जरिए उन्हें न्यूटन का सिद्धांत समझाया।
भूमि के मुताबिक, तब वे उनके को-स्टार से कहीं ज्यादा उनके टीचर हुआ करते थे। उनके स्पीकर हुआ करते थे, जिनके लिए उन्हें पेन और पेपर लेकर बैठना पड़ता था। वे लिखती हैं, “मुझे सभी सवालों के लिए तुम्हारा एक्साइटमेंट याद है। तुमसे कोई भी जवाब पाना आसान नहीं था। तुम इसे लर्निंग टास्क में बदल देते थे। मेरे दोस्त तुमने मुझे जीवनभर का अनुभव दिया।”
अंत में लिखा- तुम बहुत याद आओगे प्रिय एसएसआर
सबसे अंत में भूमि ने लिखा है, “मैं जानती हूं कि तुम दुनिया को अपने लिए दुखी देख सकते हो। खोने का भाव हर किसी को महसूस होता है। बहुतों के लिए लिए, जो तुमसे मिले और जो नहीं मिले।”
वे लिखती हैं, “उस टेलिस्कोप के जरिए मैं तुम्हे फिर से देखूंगी। यह आसान होगा, क्योंकि तुम उन सब में सबसे युवा और चमकदार होगे, जिन्हें हम प्यार करते हैं। तुम सच में डबल स्लिट फोटोन हो। एक न्यूट्रॉन स्टार हो। तुम बहुत याद आओगे हमारे प्रिय एसएसआर।”