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ब्रिटेन के पीएम जॉनसन बोले- उम्मीद है कि वैक्सीन तैयार होगा, लेकिन इसकी गारंटी नहीं; 18 साल बाद भी हमारे पास सार्स वायरस का वैक्सीन नहीं

  • ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैक्सीन बनाने की जो कोशिशें चल रही हैं, ब्रिटेन उसकी अग्रिम पंक्ति में है
  • ब्रिटेन में लॉकडाउन में राहत देने की सरकार की योजना की आलोचना हुई, लोगों ने कहा- नए नियम स्पष्ट नहीं 

दैनिक भास्कर

May 12, 2020, 04:52 PM IST

लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर अहम बात कही है। उन्होंने सोमवार की रात कहा कि मैं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीन तैयार करने बारे में कुछ उत्साहित करने वाली बातें सुन रहा हूं, लेकिन इसकी किसी तरह की गारंटी नहीं है। मुझे यकीन है कि मैं सही कह रहा हूं कि 18 साल के बाद भी हमारे पास सार्स वायरस का वैक्सीन नहीं है।

जॉनसन ने कहा मैं आपसे इतना ही कह सकता हूं कि ब्रिटेन वैक्सीन बनाने की अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में अग्रिम पंक्ति में है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन तैयार करने में ब्रिटेन की भूमिका के बारे में पूछने पर यह बात कही।

सरकार वैक्सीन बनाने में भारी रकम निवेश कर रही: जॉनसन
ब्रिटिश पीएम ने कहा कि सरकार वैक्सीन तैयार करने के लिए भारी रकम भी लगा रही है। अगर आप मुझसे पूछेंगे कि क्या मैं लंबे समय तक ऐसी स्थिति नहीं रहने के बारे में निश्चित हूं तो मैं यह नहीं कह सकता। हो सकता है हमें इससे ज्यादा नर्म या सख्त रवैया अपनाना हो। हमें इससे निपटने के लिए और स्मार्ट तरीके अपनाने पड़े। यह सिर्फ एक संक्रमण नहीं है बल्कि भविष्य में भी इससे संक्रमण फैलने का खतरा है।

‘वैक्सीन नहीं बनता है तो मुझे हैरानी होगी’

ब्रिटेन के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिएक वैलेंस ने कहा कि वैक्सीन तैयार करने की संभावना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि अगर ब्रिटेन में वैक्सीन नहीं बनता तो मुझे हैरानी होगी। हालांकि, वे भी इस मुद्दे पर अपने प्रधानमंत्री से सहमत नजर आए। उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी कोरोना का टीका तैयार कर रही है। यहां टीके का इंसानों पर परीक्षण 25 अप्रैल को शुरू हुआ था। माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट एलिसा ग्रैनेटो को कोविड-19 का पहला टीका लगाया गया था।

देश को दोबारा खोलने की प्रधानमंत्री की योजना की आलोचना
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को देश से पाबंदियां हटाने की योजना संसद में पेश की। इसके लिए उन्होंने ‘स्टे होम’ से ‘स्टे अलर्ट’ के संदेश पर शिफ्ट होने की बात कही। इस योजना की आलोचना की जा रही है। लोगों का कहना है कि नए नियम स्पष्ट नहीं है। जॉनसन पर मौजूदा लॉकडाउन के नियमों को कठिन बनाने का आरोप लगाया जा रहा है। इसमें खुलने और न खोले जाने वाली सुविधाओं को लेकर भ्रम है। हालांकि जॉनसन ने इन आरोपों को दरकिनार किया है। उन्होंने कहा कि नए नियम में भी लोगों को ज्यादा घर पर ही रहना होगा।

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