दैनिक भास्कर
Jun 16, 2020, 03:58 PM IST
उमेश कुमार उपाध्याय.
सिंगर जुबिन नौटियाल पहली बार इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में सिंगिंग करने जा रहे हैं। यह इंग्लिश पिक्चर हिंदी में डब होकर इंडिया में भी रिलीज की जाएगी। यह प्रोजेक्ट मिलने और इसमें काम करने के तौर-तरीके के बारे में जुबिन बताते हैं:
इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में गाने का मौका कैसे मिला?
कॉन्स फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड विनर रही शॉर्ट फिल्म डैम बैंगर पर अब फीचर फिल्म बनी है। यह ऐसी पिक्चर है, जिसमें मर्डर मिस्ट्री है। यह अंग्रेजी पिक्चर हिंदी में डब होकर इंडिया में भी रिलीज होगी। इंडिया में जो इसे डिस्ट्रीब्यूट कर रहे हैं, उन्होंने इस फिल्म के डायरेक्टर जॉन से मेरी मुलाकात करवाई। एक गाना डायरेक्टर को भेजा, जो उन्हें काफी पसंद आया। उन्होंने कहा कि क्या यह गाना इंग्लिश में बन सकता है? तब हमने इसे अंग्रेजी में बनाया।
पहली बार इंग्लिश में गा रहा हूं, जो इंटरनेशनली रिलीज होगा। रिलीज डेट का इंतजार है। इसके म्यूजिक में हम तीन लोग रहेंगे- रॉकी खन्ना, शिव मल्होत्रा और मैं। इसमें इंग्लिश लिरिक्स शिव मल्होत्रा लिखेंगे, जबकि हिंदी लिरिक्स लिखेंगे रॉकी खन्ना और कंपोजर मैं रहूंगा। इसका म्यूजिक मैं और रॉकी खन्ना कर रहे हैं। मजे की बात यह है कि 13-14 साल के इब्राहिम खन्ना ने इसकी म्यूजिक प्रोग्रामिंग और प्रोड्यूस किया है।
इंडियन सिंगिंग की अपेक्षा वहां का सिंगिंग मेथड कितना अलग है?
यहां से वहां का म्यूजिक काफी अलग है। काम करने के तरीके में भी अंतर है। लेकिन इसका जितना म्यूजिक है, वह हिंदुस्तान में यानी जानसार के पहाड़ों में बन रहा है। इसलिए म्यूजिक में उत्तराखंड के पहाड़ों की खुशबू जरूर आएगी।
क्या नया सीखने मिला
इसमें 70 के दशक का रॉक एंड रोल म्यूजिक का वक्त दोहराया जाएगा। वह एक टाइम था, जब वर्ल्ड में रॉक एंड रोल म्यूजिक बजता था। उसमें न सिर्फ लाइव डब होता था, बल्कि लाइव रिकॉर्ड भी होता था। हमने इसमें लाइव प्रोसेस लगाई है।
लॉकडाउन में संघर्ष काफी बढ़ गया होगा?
यह काफी चैलेंजिंग रहा। मुझे लगता है कि संघर्ष के आगे जीत होती है। हम लोगों ने इसके लिए काफी संघर्ष किया है। इसके एक-एक म्यूजिक को जोड़ा है। इसलिए आज यह यह प्रोजेक्ट रिलीज पर आ गया है जिसे एंजॉय कर रहा हूं।