दैनिक भास्कर
Jun 16, 2020, 08:40 AM IST
सागर. कोविड-19 के प्रकोप से जूझ रहे कैंट बोर्ड ने अन्य विकास कार्य भी शुरु कर दिए हैं। इसके तहत कैंट एरिया स्थित मशहूर मामा-भांजी की पथरीली पहाड़ी पर एक तालाब बनाने का फैसला किया है। सौंदर्यीकरण के नजरिए से कराए जा रहे इस तालाब को कैंटवासियों के लिए वाकिंग स्पॉट के रूप में डेवलप किया जाएगा।
हाल ही में बोर्ड के अध्यक्ष बिग्रेडियर संजय ठाकरन, पार्षद वीरेंद्र पटेल, विमल यादव, प्रतिनिधि हरिओम केशरवानी, सीईओ राजीवकुमार और कैंट के इंजीनियरिंग अमले ने इस पहाड़ी का भ्रमण कर निर्माण संबंधी कार्रवाई शुरु करने के निर्देश दिए। तालाब करीब 3.5 एकड़ एरिया में विकसित किया जाएगा।
तालाब के किनारे पाैधरोपण, वॉकिंग स्ट्रिप और बैंच होंगी
सीईओ राजीवकुमार के अनुसार इस तालाब को इसी मानसून के पहले खोदकर री-चार्ज करने का प्लान है। कोविड के प्रकोप के चलते हम लोग कुछ लेट हो गए। फिर भी अब तेजी से काम कराया जा रहा है। फिलहाल हम इस संरचना को वर्षा जल से री-चार्ज करेंगे। इसी दौरान चारों ओर पौधरोपण किया जाएगा। इसके बाद तालाब के एक ओर एप्रोच रोड बनाई जाएगी। तालाब पर पहुंचने के बाद लाेगों को सैर-सपाटे के लिए स्ट्रिप और आराम करने बैंच भी लगाई जाएगी।
गहरा गड्ढा है, मलबा भरकर समतल कर दिया था
कैंट ऑफिस के अनुसार इस स्थान पर पहले एक खाईनुमा गड्ढा था। कुछ दशक पहले इस गढ्डे को टूटे हुए मकानों के मलबे से भरना शुरु कर दिया गया। पिछले साल मानसून में जब कैंट एरिया में जलसंग्रहण के स्रोत बढ़ाने पर बोर्ड ने चर्चा की तो इस पुराने तालाब भी जिक्र आया। सितंबर 2019 में बोर्ड ने इस तालाब के पुन: जीवित करने का प्रस्ताव पास कर दिया।