दैनिक भास्कर
Jun 08, 2020, 10:05 AM IST
नई दिल्ली. लॉकडाउन के कारण लगभग ढाई महीने से बंद मंदिर आज से खुल गए। इसके लिए रविवार को तैयारियां पूरी कर ली गई। मंदिरों को सैनिटाइज किया गया और धर्मस्थलों में जरूरी दिशा-निर्देशों को चस्पा किया गया। धार्मिक स्थल आने वाले को कुछ ऐहतियात बरतनी होंगी। सभी को दो गज की दूरी बनाकर रखनी होगी, मास्क पहनना अनिवार्य होगा। हाथ-पैर धोकर ही मंदिर में प्रवेश करना होगा।
होटल में डमी के जरिए बताया- कैसे करें सोशल डिस्टेंसिंग
तस्वीर मध्यप्रदेश के सागर में स्थित एक रेस्टोरेंट की है। प्रदेश में आज से सभी होटल और रेस्टोरेंट्स खुलने जा रहे हैं। कोरोना के चलते संचालक सोशल डिस्टेंसिंग पर खासा ध्यान दे रहे हैं। यहां सिविल लाइन स्थित एक रेस्टोरेंट में यहां हर टेबल की 4 कुर्सियों में से दो पर डमी रख दी गई है। रेस्टोरेंट मालिक योगेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि होम डिलीवरी के लिए पैकिंग पर कुक और डिलीवरी बॉय का टेंपरेचर भी मेंशन कर रहे हैं।
कभी न सोने वाली मुंबई दौड़ने को तैयार
तस्वीर मुंबई स्थित गेटवे ऑफ इंडिया की है। इसमें 6 साल की लीसा और उसका 4 साल का छोटा भाई रेयान है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के ये दोनों बच्चे मैराथन रनर बनना चाहते हैं। लॉकडाउन से पहले पापा रोनाल्डो के साथ दोनों रोजाना गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रैक्टिस करने आते थे। कोरोना ने इसमें खलल डाल दिया था। लेकिन अब लॉकडाउन खुल रहा है तो दोनों ने पूरी सुरक्षा और ऐहतियात बरतते हुए रोजाना दो घंटे की प्रैक्टिस शुरू कर दी है। इन्हीं की तरह कभी न सोने वाली मुंबई अब फिर दौड़ने के लिए तैयार है। निजी दफ्तरों और उद्योगों में काम शुरू हो जाएगा। शुरुआत 10% स्टाफ के साथ हो रही है।
समय से पहले मेहरबान हो सकता है मानसून
तस्वीर चंडीगढ़ की है। यहां रविवार को अच्छी बारिश हुई। दिन का अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री कम रहा। मौसम विभाग के अनुसार इन 2 महीनों में सबसे ज्यादा 14 वेस्टर्न डिस्टरबेंस आ चुके हैं, जिसकी वजह से बीच-बीच में बारिश होती रही। वहीं, मई महीने में 1971 के बाद सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। 31 मई को एक घंटे में 50.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके बाद से जून के महीने में लगातार बीच-बीच में लगातार बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल की मानें तो इस बार मॉनसून अच्छी रफ्तार पर है।
खराब सड़क की मार
तस्वीर में दिख रही नीलम चंडीगढ़ के किशनपुरा इलाके की रहने वाली है। तबीयत खराब होने के कारण रविवार को वह डॉक्टर के पास जा रही थी। खराब सड़क और ड्रेनेज सिस्टम सही न होने के चलते सड़कों पर पानी भरा है। 10 लोग इन खराब सड़कों का शिकार बने और जख्मी हुए। नीलम भी उन्हीं में से एक थी। हादसे में नीलम के पैर पर चोट आई। इसके बाद कॉलोनी के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
सार्वजनिक कुंड पर रोज दो घंटे रहती है ऐसी भीड़
तस्वीर चूरू के तारानगर अंतर्गत गांव सात्यूं की है। सार्वजनिक कुंड और उसके चारों तरफ मटके, बाल्टी और रस्सी लिए महिला-पुरुषों की भीड़ और हर किसी में पहले पानी भरने की होड़। ये नजारा पिछले एक महीने से गांव में रोज दो घंटे तक नजर आता है। गांव में पीने के पानी की व्यवस्था के लिए सार्वजनिक नल लगे हुए हैं, लेकिन उनमें पिछले एक महीने से नाममात्र का पानी आ रहा है। ऐसे में विभाग की ओर से रोज शाम 4 बजे एक-डेढ़ घंटे तक सार्वजनिक कुंड खोलकर ग्रामीणों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। जैसे ही सार्वजनिक कुंड खोला जाता है, घरों से महिला-पुरुष व बच्चे पानी भरने के लिए दौड़ पड़ते हैं।
वॉटर हॉल पद्धति से की जा रही वन्यजीवों की गणना
तस्वीर जैसलमेर के डीएनपी की है। यहां से राज्यपक्षी गोडावण को लेकर अच्छी खबर आई। दरअसल यहां वॉटर हॉल पद्धति से वन्यजीवों की गणना चल रही है। इसमें वर्षों बाद गोडावण की संख्या में इजाफा हाेता नजर आ रहा है। पूर्णिमा की रात 5 जून को वन्य जीवों की गणना की गई। इसमें एक साथ 30 से ज्यादा गोडावण नजर आए। गोडावण के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट अलग से गणना करता है। देहरादून से विशेषज्ञों की टीम आती है और उनकी गणना करने का तरीका भी अलग है। वे डीएनपी क्षेत्र को अलग अलग जोन में बांटकर गणना करते हैं। गोडावण के लिए उसी गणना को प्रमाणिक माना जाता है।
हमें आपका इंतजार है, लेकिन सोशल डिस्टेंस और मास्क के साथ आइए
तस्वीर भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान की है। रविवार को यहां चीतल देखे गए। मंगलवार को यह उद्यान सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। कोशिश करें कि पैदल घूमने का प्लान बनाएं, क्योंकि संक्रमण को देखते हुए राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। प्रशासन की सलाह है कि पैदल घूमें। रिक्शों का भी इंतजाम रहेगा, लेकिन इन्हें सीमित संख्या में चलाया जाएगा। सैलानियों के ग्रुप को सोशल डिस्टेंस के साथ प्रवेश दिया जाएगा। सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक ही एंट्री रहेगी।
दुर्लभ डायनासौर प्रजाति के घड़ियाल
तस्वीर राजस्थान के धौलपुर की है। यहां की चंबल नदी में पहली बार हजारों की तादाद में घड़ियाल के बच्चे जन्मे। इन्हें देखकर चंबल सेंक्चुरी अफसरों के चेहरों पर भी खुशी है। दुर्लभ डायनासौर प्रजाति के ये घड़ियाल विलुप्ति की कगार पर हैं, ऐसे में चंबल नदी में इनकी अच्छी संख्या हाेना सुखद है।
जून में ही खतरे के निशान से 1.12 मीटर ऊपर बहने लगी नर्मदा
तस्वीर मध्यप्रदेश के बड़वानी के राजघाट की है। यहां घाट किनारे बने मंदिर तक डूब गए हैं। निसर्ग तूफान के कारण देश में कुछ दिनों से बारिश हो रही है। इसके चलते जून में ही नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है। पिछले साल अगस्त के पहले सप्ताह में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा था। निसर्ग तूफान के चलते मध्य प्रदेश में हुई बारिश के कारण नर्मदा में अभी से बाढ़ की स्थिति बन गई है। नर्मदा खतरे के निशान से 1.12 मीटर ऊपर बह रही है। शनिवार को नर्मदा का जलस्तर 124.40 मीटर रहा। राजघाट में खतरे का निशान 123.280 मीटर पर है। बारिश से पहले जलस्तर 118.00 मीटर के आसपास था।