मामला सामने आने के बाद गांव में पुलिस और मीडिया का जमावड़ा है, लेकिन गांव के लोग डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि गांव के मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को परेशान करते थे। बच्चियां स्कूल जाती थीं तो उनका रास्ता रोका जाता था। विरोध करने पर धमकाया जाता था।
इससे पहले जारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्रूरता का सबूत मिले। बड़ी बहन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डराने वाली थी। रिपोर्ट के अनुसार, 17 वर्षीय पीड़िता के शरीर पर गला घोंटने के अलावा तीन चोटें पाई गईं। चोट के निशान बाएं हाथ के पिछले हिस्से, दाहिने हाथ के पिछले हिस्से और दाहिनी पलक के नीचे 1 सेंटीमीटर नीचे पाए गए।मामले में ताजा खबर यह है कि पुलिस की समझाइश के बाद परिवार अंतिम संस्कार को राजी हो गया है। पहले परिवार ने अपनी मांग रखी थी और पूरी न होने तक शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। अब प्रशासन द्वारा वित्तीय मदद और मामले में कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद पीड़ितों के परिवार अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो गए हैं।