- ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स के ऊपरी 1,000 करोड़ रुपए का कर्ज है
- भंडारण कारोबार को 1,400 करोड़ रुपए में खरीद रही है ब्लैकस्टोन
दैनिक भास्कर
Jun 14, 2020, 09:40 PM IST
नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनी ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स को उम्मीद है कि इस साल दिसंबर तक वह कर्ज से मुक्त हो जाएगी। कंपनी दिसंबर तक प्राइवेट इक्विटी कंपनी ब्लैकस्टोन को अपनी वेयरहाउसिंग यूनिट की बिक्री का सौदा पूरा कर लेगी। ऑलकार्गो ग्रुप के चेयरमैन शशि किरण शेट्टी ने हैदराबाद की अपनी सहायक कंपनी गति के बेहतर कारोबारी भविष्य की भी उम्मीद जताई। गति का अधिग्रहण कंपनी ने पिछले साल दिसंबर में किया था।
ऑलकार्गो की भंडारण इकाई की 90 % हिस्सेदारी खरीदेगी ब्लैकस्टोन
जनवरी में ब्लैकस्टोन ने कहा था कि वह ऑलकार्गो के भंडारण कारोबार की 90 फीसदी हिस्सेदारी करीब 1,400 करोड़ रुपए में करेगी। अमेरिकी कंपनी ने इस सौदे के तहत 380 करोड़ रुपए का निवेश कर दिया है। यह सौदा कर्ज और शेयरधारिता का मिला-जुला रूप होगा। इस साझेदारी से ऑलकार्गो के थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स कारोबार को विस्तार करने में मदद मिलेगी। इस कारोबार में ऑलकार्गो ने करीब 1,000 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
ऑलकॉर्गो के कर्ज में टर्म और वर्किंग कैपिटल लोन दोनों शामिल
शेट्टी ने कहा कि हम दिसंबर तक भंडारण कारोबार की 90 फीसदी हिस्सेदारी ब्लैकस्टोन को 1,400 करोड़ रुपए में बेचने की प्रक्रिया को पूरी करने की राह पर हैं। इसके बाद हम कर्ज मुक्त कंपनी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑलकार्गो पर अभी 1,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। इसमें टर्म और वर्किंग कैपिटल लोन दोनों शामिल है। कंपनी को इन सभी से मुक्ति मिल जाने की उम्मीद है।
ब्लैकस्टोन ने कर्ज और शेयर के जरिये निवेश करने का प्रस्ताव रखा है
शेट्टी ने कहा कि ब्लैकस्टोन ने कर्ज और शेयर के जरिये निवेश करने का प्रस्ताव रखा है। वह पूरे देश के मुख्य कंजप्शन हब में लॉजिस्टिक्स पार्कों का विकास करेगी। सौदा पूर्ण होने के बाद भी ऑलकार्गो भंडारण कारोबार का प्रबंधन और परिचालन करती रहेगी। कंपनी के पास कुल 60 लाख वर्ग फुट के विकसित ग्रेड-ए लॉजिस्टिक्स पार्क हैं। ये विकास के आखिरी चरण में हैं। इसके अलावा 30 लाख वर्ग फुट विकास के चरण में हैं। कंपनी के वेयरहाउसिंग पोर्टफोलियो में करीब 80 फीसदी प्री-लीज्ड हैं। इनमें से 15 लाख वर्ग फुट से आमदनी हो रही है।