- मुकदमा दर्ज करने के बाद भी जांच जस की तस
दैनिक भास्कर
Jun 10, 2020, 04:00 AM IST
गुड़गांव. कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हुए करीब डेढ़ साल बीत चुका है, लेकिन अभी तक ठेकेदारों की बकाया राशि नहीं दी गई है। इस संबंध में जनवरी 2020 में फर्रुखनगर थाना में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। लेकिन अब मुकदमे की जांच पिछले पांच महीने से थमी हुई है।
जिससे परेशान होकर पीड़ित ठेकेदार ने मंगलवार को डीजीपी हरियाणा व पुलिस कमिश्नर गुड़गांव को पांचवां रिमांड लेटर मेल के माध्यम से भेजकर इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा द्वारा आगे बढ़वाने की मांग की है। पीड़ित ठेकेदारों का कहना है कि केएमपी पर हर महीने करोड़ों रुपए टोल वसूली की जा रही है, लेकिन उनकी बकाया राशि को नहीं दिया जा रहा है।
करीब डेढ़ साल पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए वेस्टर्न पेरिफेरल रोड (कुंडली मानेसर पलवल) एक्सप्रेस वे का निर्माण करने वाले ठेकेदारों की बकाया राशि नहीं दिए जाने के कारण 100 से अधिक ठेकेदार परेशान हैं। इन ठेकेदारों का 300 करोड़ रुपए से अधिक बकाया है।
इस संबंध में जितेन्द्र निवासी फर्रुखनगर की शिकायत पर मुकदमा भी दर्ज हो चुका है, जिसकी जांच आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की जा रही है। लेकिन पांच महीने बाद भी जांच आगे नहीं बढ़ी है। इस संबंध में मंगलवार को पांचवा रिमाइंडर लेटर डीजीपी हरियाणा व पुलिस कमिश्नर गुड़गांव को ठेकेदार ने दिया है।
बता दें कि की केएमपी एक्सप्रेस वे को बनाने वाले ठेकेदार धरने पर बैठ गए थे। ठेकेदारों का कहना है कि केएमपी का निर्माण करने वाली एस्सेल कंपनी ने उन्हें अभी तक भुगतान नहीं किया है। ठेकेदार कंपनी द्वारा निर्माण कार्य कराने के बाद पैसे न देने से नाराज हैं। ठेकेदारों ने एस्सेल ग्रुप व एचएसआइआइडीसी के खिलाफ हैं। ठेकेदारों का कहना है कि केएमपी पर वसूला जाने वाला टोल टैक्स वसूली भी बंद कराएंगे।