- यह पावर प्लांट मास्को से करीब 3 हजार किमी दूर नोर्लिस्क शहर में है
- डीजल अंबरनाया नदी में पहुंचा, इसे और फैलने से रोकने की कोशिश शुरू
दैनिक भास्कर
Jun 04, 2020, 07:12 PM IST
मास्को. रूस के साइबेरिया में बुधवार को एक पावर प्लांट के स्टोरेज से लगभग 20 हजार टन डीजल का रिसाव हो गया। इसे देखते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यहां इमरजेंसी की घोषणा कर दी। यह पावर प्लांट मास्को से 2 हजार 900 किमी दूर नोर्लिस्क शहर में है। यहां से डीजल बहकर अंबरनाया नदी में पहुंच गया। अंबरनाया नदी का पानी एक झील से मिलता है, जिसका पानी दूसरी नदियों से होते हुए आर्कटिक सागर तक पहुंचता है। ईंधन को नदी में फैलने से रोकने की कोशिश शुरू की गई है।
तेल का रिसाव शुक्रवार को हुआ। इसकी जानकारी दो दिन बाद मिलने पर पुतिन अधिकारियों पर नाराज हुए। जिस पावर प्लांट से ईंधन का रिसाव हुआ है वह नोर्लिस्क निकिल की एक इकाई है। यह निकेल और पैलैडियम धातु का उत्पादन करने वाली दुनिया की दिग्गज कंपनियों में शामिल है।
पावर प्लांट से क्यों हुआ ईंधन का रिसाव
कंपनी नोर्लिस्क निकिल ने कहा है कि डीजल का रिसाव होने के बारे में समय से और सही ढंग से जानकारी दे दी गई थी। फ्यूल टैंक और पावर प्लांट में लगे एक पिलर के धंसने से तेल रिसना शुरू हुआ। यह प्लांट पर्माफ्रॉस्ट मिट्टी पर बना है। मौसम गर्म होने के साथ यह पिघलने लगती है। यही वजह है कि प्लांट में लगा पिलर धंसने लगा। पर्माफ्रॉस्ट उस जमीन को कहते हैं, जो कम से कम दो साल से जीरो डिग्री सेल्सिसय तापमान पर हो।
तेल रिसाव से 350 वर्ग किमी का इलाका प्रभावित
वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के विशेषज्ञों के मुताबिक, इस घटना से करीब 350 वर्ग किमी का इलाका प्रदूषित हुआ है। यह अंबरनाया नदी के बड़े हिस्से में फैला चुका है। ऐसे में इसकी सफाई काफी मुश्किल होगी। इससे मछलियों और अन्य जल संसाधनों पर बुरा असर पड़ेगा। इससे 98.13 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है।