मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां जारी हैं। विशेषकर पूर्वी मप्र में वातावरण में नमी बरकरार रहने से अलग–अलग स्थानाें पर रुक–रुककर बौछारें पड़ रही हैं। गुरुवार काे द क्षि ण–पश्चिम मानसून भी अरब सागर में मालदीव एवं बंगाल की खाड़ी में भी कुछ आगे बढ़ा है।
इस वजह से मानसून पूर्व की गतिविधियाें में और तेजी आने की संभावना बढ़ रही है। गुरुवार काे भाेपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर सहित अधिकतर जिलाें में दिन के तापमान में बढ़ाेतरी हुई। शुक्रवार काे अधिकतम तापमान कुछ और बढ़ने के भी असार हैं।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ ईरान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तरी राजस्थान से उत्तरी मप्र से हाेकर अाेडीशा तक एक ट्रफ बना हुआ है।
इस ट्रफ के प्रभाव से पूर्वी मप्र में नमी आ रही है। जिसके चलते शुक्रवार काे रीवा, शहडाेल, जबलपुर, सागर संभागाें के जिलाें में कहीं–कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलाें में बादल बने रहेंगे, लेकिन दिन के तापमान में बढ़ाेतरी हाेने की भी संभावना है। शनिवार से पश्चिमी विक्षाेभ के प्रभाव से प्रदेश के अन्य क्षेत्राें में भी बारिश की गतिविधियाें में तेजी आ सकती है।
शहर अधिकतम न्यूनतम
भाेपाल 40.9 27.4
इंदौर 39.4 25.6
जबलपुर 39.1 24.2
ग्वालियर 41.0 25.5