ट्विटर को नए सीईओ मिल गए हैं. पराग अग्रवाल इस पद पर चुने गए हैं. वो आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट हैं.
अग्रवाल ट्विटर के सह-संस्थापक और अब तक सीईओ रहे जैक डोर्सी की जगह लेंगे. डोर्सी ने सीईओ पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. उन्होंने ट्विटर पर इसकी और पराग अग्रवाल के चुने जाने की जानकारी दी.
उन्होंने ये भी बताया कि पराग अग्रवाल को किन खूबियों की वजह से सीईओ बनाया गया है.
डोर्सी ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए पत्र में लिखा, ”क़रीब 16 साल तक कंपनी में सह संस्थापक, सीईओ, चेयरमैन, कार्यकारी चेयरमैन, अंतरिम सीईओ, सीईओ आदि की भूमिकाएं निभाने के बाद मैंने तय किया है कि ये मेरे जाने का समय है. पर क्यों?”पहली ये कि पराग अग्रवाल अब सीईओ बन रहे हैं. हमारी कंपनी के बोर्ड ने सारे विकल्प खंगालने के बाद सर्वसम्मति से इसके लिए पराग को चुना है. वो कंपनी और इसकी ज़रूरतों को काफ़ी गहराई से समझते हैं, इसलिए वो काफ़ी समय से मेरी भी पसंद रहे हैं.”
पराग की गिनाईं खूबियां
डोर्सी ने बताया कि कंपनी के हर अहम फ़ैसले के पीछे पराग रहे हैं. वो क़ाफ़ी उत्सुक, खोजबीन करने वाले, तार्किक, रचनात्मक, महत्वाकांक्षी, जागरूक और विनम्र हैं.
उन्होंने लिखा, “वो दिल और आत्मा से टीम का नेतृत्व करते हैं. वो ऐसे हैं कि मैं उनसे रोज कुछ सीखता हूं. सीईओ के रूप में मेरा उन पर बहुत भरोसा है.”
डोर्सी के अनुसार, उनके इस्तीफ़ा देने की दूसरी वजह ये है कि ब्रेट टेलर कंपनी के बोर्ड के चेयरमैन बनने को तैयार हुए हैं.
उन्होंने लिखा,” जब मैं सीईओ बना तो उन्हें बोर्ड को ज्वाइन करने को कहा था और वो हर लिहाज से शानदार हैं. मुझे उनके नेतृत्व को लेकर काफ़ी भरोसा है. आपको नहीं पता कि उन्हें ये काम देने से मुझे कितनी ख़ुशी हुई है.”
उन्होंने आगे बताया कि तीसरी वजह “आप सब हैं. इस टीम से हमारे बहुत से ख़्वाब हैं और इसकी क्षमता को लेकर काफ़ी भरोसा है.”
हालांकि, उन्होंने कहा कि अब वो कंपनी के बोर्ड में अपने कार्यकाल तक काम करेंगे ताकि पराग और ब्रेट की मदद हो सके. उसके बाद वो बोर्ड भी छोड़ देंगे.
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि मैं पराग को टीम को लीड करने का मौक़ा दूं.”
पराग अग्रवाल ने भी जैक डोर्सी और दूसरे साथियों का आभार जताया.
उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किए पत्र में लिखा, ”शुक्रिया जैक, मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. और मैं आपसे लगातार मिलने वाली सलाह और आपकी दोस्ती के लिए आभारी हूं. आपने मुझ पर जो भरोसा जताया उसके लिए भी मैं आभारी हूं. मैं पूरी टीम का आभारी हूं कि उन्होंने हमारे भविष्य में भरोसा जताने की प्रेरणा दी.”
”मैं इस कंपनी से 10 साल पहले तब जुड़ा था, जब इसमें एक हज़ार से कुछ कम कर्मचारी थे. भले ही ये एक दशक पहले की बात है पर मेरे लिए ये कल जैसा ही है. मैंने इस दौरान कई उतार-चढ़ाव, चुनौतियां, जीत और ग़लतियां देखीं. लेकिन तब भी और अब भी मैं ट्विटर का गज़ब का प्रभाव और इसकी लगातार हो रही प्रगति देखता हूं.”