May 11, 2024 : 6:47 AM
Breaking News
अन्तर्राष्ट्रीय

छोटे बाल रखना तीरंदाज को पड़ा महंगा:दक्षिण कोरिया में छोटे बाल रखने पर पुरुषों के निशाने पर आई तीरंदाज तो हजारों महिलाओं ने समर्थन में बाल कटवाए

  • Hindi News
  • International
  • In South Korea, When The Archers Came Under The Target Of Men For Having Short Hair, Thousands Of Women Got Their Hair Cut In Support And Started A Movement.

सियोलएक दिन पहले

  • कॉपी लिंक
पहली बार ओलिंपिक में भाग लेकर इतिहास रचने वाली एन सैन के मेडल से ज्यादा चर्चा उनके छोटे बालों की हो रही है। दक्षिण कोरिया में इस हेयरस्टाइल को पुरुषों से नफरत के तौर पर देखा जाता है। - Dainik Bhaskar

पहली बार ओलिंपिक में भाग लेकर इतिहास रचने वाली एन सैन के मेडल से ज्यादा चर्चा उनके छोटे बालों की हो रही है। दक्षिण कोरिया में इस हेयरस्टाइल को पुरुषों से नफरत के तौर पर देखा जाता है।

  • टोक्यो में तीन गोल्ड जीतने वाली सैन के समर्थन में छोटे बालों के साथ तस्वीरें शेयर कर रही महिलाएं

दक्षिण कोरिया की तीरंदाज एन सैन ने टोक्यो ओलिंपिक में 3 गोल्ड मेडल जीतकर दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी, लेकिन अपने ही देश में बधाई के साथ उन्हें छोटे बाल रखने के कारण तीखी आलोचना भी झेलनी पड़ी। पहली बार ओलिंपिक में भाग लेकर इतिहास रचने वाली सैन के मेडल से ज्यादा चर्चा उनके छोटे बालों की हो रही है। द. कोरिया में इस हेयरस्टाइल को पुरुषों से नफरत के तौर पर देखा जाता है।

सोशल मीडिया पर लोगों ने 20 साल की सैन के हेयरस्टाइल को ‘फेमिनिस्ट’ करार दे दिया। लोगों ने यहां तक लिखा कि ‘हमने अपने टैक्स के पैसों से इसलिए ट्रेनिंग और सुविधाएं नहीं दी थी कि आप फेमिनिस्ट हरकत करें।’ एक यूजर ने लिखा, ‘अच्छी बात है कि गोल्ड मेडल जीता लेकिन छोटे बालों में वो फेमिनिस्ट लगती हैं। अगर वह फेमिनिस्ट हैं, तो मैं समर्थन वापस ले रहा हूं।’ पर जैसे ही आलोचना बढ़ने लगी तो हजारों कोरियाई महिलाएं सैन के समर्थन में आ गईं।

‘हैशटेग वुमनशॉर्टकट’ कैंपेन
‘हैशटेग वुमनशॉर्टकट’ कैंपेन के जरिए उन्होंने छोटे बालों के साथ अपनी तस्वीरें शेयर करनी शुरू कर दीं। इस कैंपेन की सूत्रधार हॉन जियांग हैं। वे कहती हैं कि विरोध करने वाले ज्यादातर युवा पुरुष हैं, कई बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं। सैन और अन्य महिलाओं के खिलाफ नफरतभरी टिप्पणियां देखकर जियांग परेशान हो गईं। उन्हें लगा कि छोटे बाल कटवाकर सैन का समर्थन करने के साथ महिलाओं की आजादी का मुद्दा भी उठा सकेंगे।

सोशल मीडिया पर सैन को समर्थन मिल रहा है। कई महिलाओं ने अपने बाल कटाकर फोटो शेयर की है।

सोशल मीडिया पर सैन को समर्थन मिल रहा है। कई महिलाओं ने अपने बाल कटाकर फोटो शेयर की है।

इसके बाद तो अभियान पूरे देश में फैल गया। तमाम महिलाएं बाल छोटे कराने से पहले और बाद की तस्वीरें पोस्ट करने लगीं। दरअसल, द. कोरिया में पुरानी पीढ़ी के पुरुष सोचते हैं कि उनका दर्जा महिलाओं से ऊपर हैं, वहीं युवा पीढ़ी को लगता है कि सारी ताकत महिलाओं के हाथ में है और वे नारीवादी सोच के बल पर पुरुषों को प्रताड़ित कर रही हैं।

पुरुषों के गुस्से की बड़ी वजह क्या है
दक्षिण कोरिया में पुरुषों के गुस्से की एक वजह यह भी है कि यहां 18 से 35 साल तक के पुरुषों के लिए दो साल सेना में रहना जरूरी है। लेकिन आज की पीढ़ी इसमें विश्वास नहीं रखती। उन्हें लगता है कि इससे न सिर्फ उनके दो साल, बल्कि चोट लगने पर पूरी उम्र ही बर्बाद हो जाती है। जबकि इसी उम्र में महिलाएं सरकारी नियमों की बदौलत ऐसी इंडस्ट्रीज में पैठ बना लेती हैं, जहां कभी पुरुषों का वर्चस्व रहा करता था।

खबरें और भी हैं…

Related posts

दीपोत्सव: अयोध्या और मथुरा की ईको फ्रेंडली दीपावली पर जगमगाते दीयों की रोशनी में भोपाल का भी होगा योगदान

News Blast

रूस में कोरोना दहन: भारत के होलिका दहन की तरह मनाया गया मास्लेनित्सा फेस्टिवल, 78 फीट ऊंचे लकड़ी के घर को जलाकर बांटी मिठाई

Admin

अब मलेशिया ने पाकिस्तान के पायलटों पर बैन लगाया, कहा- पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर ने खुद माना कि उनके 40% पायलट फर्जी हैं

News Blast

टिप्पणी दें