May 20, 2024 : 8:13 PM
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इंदौर गोलीकांड की कहानी:चिंटू ठाकुर ने मोहन ठाकुर पर पिस्टल तान कहा- तूने जल्दी पाला बदल लिया और कर दी फायरिंग, सिंडिकेट ऑफिस में हुए थे दो फायर

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इंदौर4 घंटे पहले

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बाएं तरफ सतीश भाऊ , बीच में चिंटू ठाकुर फिर रितेश करोसिया। - Dainik Bhaskar

बाएं तरफ सतीश भाऊ , बीच में चिंटू ठाकुर फिर रितेश करोसिया।

इंदौर गोलीकांड मामले में नया खुलासा हुआ है। असल में, मोहन ठाकुर ने अर्जुन ठाकुर के साथ कारोबार शुरू कर दिया था। इसी से नाराज चिंटू ने मोहन ठाकुर की तरफ पिस्टल तानी थी। पिस्टल देख केबिन में मौजूद एक युवक ने चिंटू का हाथ छत की तरफ घुमा दिया। इससे गोली छत से टकराकर अर्जुन ठाकुर के पेट में लगी। यहीं से सिंडिकेट कारोबारियों के बीच विवाद की शुरुआत हुई।

पुलिस की माने तो वारदात वाले दिन सभी व्यापारी सिंडिकेट ऑफिस पर इकट्ठे थे। यहां केबिन में बैठे चिंटू ठाकुर ने मोहन ठाकुर से पाला बदलने की बात कही थी, क्योंकि कुछ साल पहले चिंटू और हेमू ठाकुर के लिए मोहन ठाकुर शराब का काम करता था। एक साल से मोहन ने अर्जुन ठाकुर के साथ काम शुरू कर दिया। इस बात से चिंटू और हेमू नाराज थे। केबिन के अंदर गोली की आवाज सुनते ही बाहर खड़े शूटर रितेश और मोनू आए। उस समय मोनू के पास देसी कट्टा था। उसने जमीन पर फायर किया।

पुलिस ने सोमवार को चिंटू ठाकुर के मुख्य शूटर रितेश करोसिया और चिराग ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। विजय नगर पुलिस ने मंगलवार शाम गैंगस्टर सतीश भाऊ, चिंटू ठाकुर, शूटर रितेश करोसिया और मोनू उर्फ सुजीत का महालक्ष्मी नगर में जुलूस निकाला था।

हेमू, एके सिंह और पिंटू भाटिया गिरफ्त से दूर

पुलिस अब फरार हेमू ठाकुर की तलाश कर रही है। घटना के दौरान वह भी भाई चिंटू के साथ था। ऐसे ही एके सिंह और पिंटू भाटिया भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। हेमू के मामले में पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं। इस आधार पर उसकी घेराबंदी की जा रही है।

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केबिन में बैठे थे सभी पार्टनर

सूत्रों की मानें, तो सिंडिकेट ऑफिस में एके सिंह, पिंटू भाटिया, अंशुमन, अर्जुन ठाकुर, महेश राय, मुकेश शिवहरे, आशीष चौकसे, हेमू ठाकुर और चिंटू ठाकुर सहित दो गैंगस्टर भी मौजूद थे।

पहले दिन यह कारण आया था सामने

सूत्रों की माने तो गांधीनगर नवदा पंथ सर्कल की शराब दुकान की देखरेख अर्जुन ठाकुर करता था। सोमवार सुबह इस दुकान का चार्ज अर्जुन से लेने हेमू ठाकुर टीम के साथ पहुंचा था। यहां हेमू ठाकुर के एक साथी ने दुकान में घुसते से ही वहां लगी वीरेंद्र ठाकुर (अर्जुन के पिता) की फोटो फेंक दी। इसकी जानकारी अर्जुन ठाकुर को लगी। उसने हेमू ठाकुर को फोन कर कहा कि अंकल.. आपने मेरे पापा की फोटो बाहर क्यों फेंक दी, जिस पर दोनों में कहासुनी हुई।

यह जानकारी सिंडिकेट के बड़े पार्टनर एके सिंह और पिंटू भाटिया को लगी। पिंटू भाटिया ने अर्जुन को फोन कर सिंडिकेट ऑफिस में बुलाया। कहा- बैठ कर बात करेंगे। इसके बाद अर्जुन ठाकुर अपने साथियों के साथ विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित सिंडिकेट ऑफिस पर पहुंचा। बाद में हेमू ठाकुर और उसके अन्य साथी आए थे।

सूत्र बताते हैं, हेमू ठाकुर और साथियों का प्लान था कि केबिन में घुसते ही हवाई फायर करना है, लेकिन आमना-सामना होते ही बहस बढ़ गई। पहले से ही मौजूद गैंगस्टर ने हवाई फायरिंग कर दी। इसमें एक गोली जमीन पर और दूसरी छत पर चलाई गई थी। वह दोनों लौटकर अर्जुन को जा लगी।

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