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- Two Lakhs Were Found In Two And A Half Lakhs That Fell From The Bag Of LIC Personnel, Parvez, Who Returned The Money, Said How To Constantly Hand Over Someone’s Trust
जबलपुर42 मिनट पहले
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18 साल के परवेज ने दिखाई ईमानदार
बैंक से पैसे निकाल कर घर लौट रहे एलआईसी कर्मी के ढाई लाख रुपए बीच रास्ते गायब हो गए थे। मंगलवार एलआईसी कर्मी के लिए मंगल साबित हुआ। गायब पैसे की उम्मीद छोड़ चुके पीड़ित को 18 वर्षीय युवक की ईमानदारी ने दोबारा आंखों में आंसू ला दिए। वह घर में थे, जब थाने से फोन पहुंचा कि आपके दो लाख रुपए मिल गए।
रामेश्वर कॉलोनी कोतवाली निवासी नवीन कुमार के मुताबिक उसे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसके पैसे मिल गए। पर फोन थाने से आया था। थाने पहुंचा तो नया मोहल्ला निवासी परवेज खान और थाने के पास ही दुकान लगाने वाले शेख अब्दुल मिले। टीआई प्रफुल्ल श्रीवास्तव की मौजूदगी में परवेज ने पैसे लौटाए। 18 साल के परवेज की ईमानदारी की प्रशंसा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। बड़ी मुश्किल से उसने दो हजार रुपए ईनाम के लिए।
टीआई प्रफुल्ल श्रीवास्तव के साथ परवेज और अन्य।
मेरे लिए वो रकम किसी की अमानत थी
परवेज ने दैनिक भास्कर को बताया कि सोमवार को मैं चाय लेने निकला था। चाय लेकर लौटा तो देखा कि भीड़ लगी है। एक रिक्शा वाले ने रोड पर दो लाख की गड्डी उठाई और तीन-चार लोग वहां उसे घेरे हुए खड़े थे। उसने रिक्शा वाले से पैसे ले लिए। फिर उसे दुकान में शेखू भाई के पास रखवा दिए। दो लाख रुपए देखकर दिमाग में एक ही बात आई कि शादी का सीजन चल रहा है इतने पैसे लेकर कोई खरीदी करने आया होगा। आसपास के दुकानदारों को भी बोला कि कोई पैसे ढूंढ़ते हुए दिखे तो बताना। रात 10 बजे तक इंतजार किया, कोई नहीं आया।
20 जुलाई को पहुंचा थाने
परवेज के मुताबिक सुबह शेखू भाई को पता चला कि किसी के ढाई लाख रुपए गिर गए हैं। उसने घर बनवाने के लिए बैंक से लोन निकाली थी। उसी के ढाई लाख रुपए गिरे हैं। दो लाख तो उसे मिल गए थे। पर 50 हजार किसी और के हाथ लग गए। परवेज के साथ पैसे लेकर थाने पहुंचा और पैसे लौटाए। वहां नवीन कुमार आए तो उनके हाथों में पैसे लौटा दिए।
बाजार में बैठा हूं, बेईमानी कर धंधा नहीं कर पाऊंगा
शेखू के मुताबिक बाजार में बिजनेस करने बैठा हूं। बेईमानी कर धंधा नहीं कर पाउंगा। बाजार में बहुत से लोग लाखों रुपए लेकर खरीदी करने आते हैं। पर पैसों का इंतजाम कैसे करते हैं, ये उनके चेहरे देखकर हम भांप लेते हैं। पैसे मिले तो यहीं दिमाग में आया कि किसी बेटी की शादी होगी और उसके पिता के पैसे गिरे होंगे तो उस पर क्या गुजर रही होगी? परवेज के मुताबिक वह शेखू भैया की दुकान में इससे भी अधिक पैसे देखता रहता है, दो लाख देखकर दिमाग में बस ये ही ख्याल आया कि ये किसी के अमानत है और उसे सही सलामत लौटाना है।
ये थी घटना
रामेश्वर कॉलोनी कोतवाली निवासी नवीन कुमार जैन एलआईसी में एजेंट हैं। उनका मकान जर्जर हो चुका है। मरम्मत के लिए उन्होंने पांच लाख रुपए की हाउसिंग लोन ली थी। सोमवार को मढ़ाताल स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक से पांच लाख रुपए निकाले। एक बैग में रखकर घर को रवाना हुए। 20 मिनट बाद वे लटकारी के पड़ाव के पास सब्जी लेने रुके। तभी बैग से ढाई लाख रुपए गिर गए। तब उसे पता चला कि बैंक से वहां तक पहुंचने में ढाई लाख रुपए गिर गए। लार्डंगंज में मामले की सूचना देने के साथ कंट्रोल रूम में सीसीटीवी फुटेज भी देख लिए थे। नवीन के मुताबिक उन्होंने तो उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन परवेज की ईमानदारी ने दिल जीत लिया।
परवेज व शेखू हमारे समाज के असल हीरो-एसपी
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के मुताबिक नया मोहल्ला निवासी परवेज और शेख अब्दुल की ईमानदारी की जितनी भी तारीप की जाए, वो कम है। ऐसे लोग ही हमारे समाज के असल हीरो हैं। दोनों को जल्द ही बुलाकर पुलिस कंट्रोल रूम में सम्मानित करूंगा