बर्लिन6 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
कई सड़कें और ब्रिज टूट गए। सड़कों पर मलबा, टूटे-फूटे घर और घरों का कीमती सामान पड़ा है।
यूरोप में पिछले हफ्ते आई बाढ़ से 8 बिलियन यूरो (करीब 70,600 करोड़ रु.) का नुकसान हुआ है। इस आपदा की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या 200 पार कर गई है। सैकड़ों अब भी लापता है। सबसे ज्यादा नुकसान जर्मनी में हुआ है। वहां कई सड़कें और ब्रिज टूट गए। सड़कों पर मलबा, टूटे-फूटे घर और घरों का कीमती सामान पड़ा है।
यूरोप में इस तबाही को साफ करने में ही एक बिलियन यूरो (करीब 8823 करोड़ रु.) खर्च होने का अनुमान है। वहीं, जर्मनी की मदद करने के लिए पड़ोसी नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड जैसे देश आगे आए हैं। कोई अपनी सेना भेज रहा तो किसी देश के लोग मदद करने पहुंच रहे हैं। कुछ खाने-पीने का सामान भेज रहे हैं।
यूरोप में काम करने वाली एक संस्था ने अपने 82 हजार वॉलंटियर को जर्मनी में तैनात किया है, ताकि राहत व बचाव कार्य को आगे बढ़ाया जा सके।
बाढ़ से पहले
बाढ़ आने से पहले और बाद की ये दोनों तस्वीरें जर्मनी के आल्टेनार कस्बेे की हैं, जो आहर घाटी में बसा है। आमतौर पर यहां बहने वाली आहर नदी में पानी ज्यादा नहीं होता है। लेकिन बाढ़ से उफनाई इस नदी ने कस्बे को तबाह कर दिया है।