गाजियाबाद11 घंटे पहले
गाजियाबाद में एक सोसाइटी में लगे बड़े जेनरेटर के छेद में बिल्ली की गर्दन फंस गई। रोने की आवाज सुनकर मौके पर गार्ड पहुंचा। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन यानी RWA के अध्यक्ष की सूचना पर यूपी पुलिस की डायल-112 मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद भी बिल्ली को नहीं निकाला जा सका। ऐसे में वन विभाग से लेकर NDRF तक के अफसरों को फोन मिलाया गया। कोई मदद न मिलने पर आखिरकार एक कटर मैकेनिक को बुलाकर छेद कटवाकर बिल्ली को सुरक्षित निकाला गया। करीब 2 घंटे चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में बिल्ली की जान बच पाई।
गेट खुला होने से जेनरेटर में घुसी बिल्ली, बाहर निकलने में फंसी गर्दन
रविवार सुबह का यह मामला गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार सेक्टर-7 स्थित गंगा यमुना हिंडन अपार्टमेंट का है। इस सोसायटी के अध्यक्ष यतेंद्र नागर ने बताया कि बिजली सप्लाई के लिए कई बड़े जेनरेटर सेट रखे हैं। पिछले दिनों जेनरेटर की बैटरियां चोरी हो गई थीं। इस वजह से सिक्योरिटी गार्ड अब जेनरेटर का गेट खोलकर रखता है, ताकि दूर से निगरानी की जा सके। शनिवार रात जेनरेटर में एक बिल्ली घुस आई। बाहर निकलने के प्रयास में उसकी गर्दन जेनरेटर के तार सप्लाई के छेद में फंस गई।
बिल्ली की गर्दन जेनरेटर के तार सप्लाई के छेद में फंस गई। बाहर निकालने को लेकर कड़ी मशक्कत की गई, इस दौरान लोगों ने उसे पानी भी पिलाया।
वन अधिकारियों ने नहीं उठाए फोन
सुबह करीब 7 बजे बिल्ली के रोने की आवाज सुनकर सिक्योरिटी गार्ड मौके पर आया। आनन-फानन में उसने अध्यक्ष यतेंद्र नागर को सूचित किया। अध्यक्ष ने वन विभाग के कई अफसरों को फोन मिलाए, मगर कॉल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने हरसंभव प्रयास किए, मगर छेद में फंसी बिल्ली की गर्दन नहीं निकल पाई। इसके बाद यतेंद्र नागर ने NDRF, गाजियाबाद पुलिस को भी मदद के लिए ट्वीट किए। मगर कोई रिस्पांस नहीं मिला।
कटर मैकेनिक बुलाया, बिल्ली सुरक्षित निकल पाई
सब जगह से निराशा मिलने के बाद अध्यक्ष यतेंद्र नागर ने किसी तरह प्रताप विहार से कटर मैकेनिक को बुलाया। मैकेनिक ने बमुश्किल जेनरेटर के होल को काटा। इसके बाद बिल्ली सुरक्षित निकल पाई। यह रेस्क्यू करीब 2 घंटे तक चला।