- Hindi News
- Local
- Mp
- 2 Places In Dhar In Municipal Engineer, 1 Place In Indore, Estimated Property Worth Crores
धार/इंदौर5 घंटे पहले
घर में चल रही कार्रवाई।
धार के नगर पालिका के सहायक यंत्री डीके जैन के तीन ठिकानों पर लोकायुक्त ने शनिवार सुबह छापा मारा। लोकायुक्त की टीम आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच करने पहुंचे हैं। धार के अलावा इंजीनियर के इंदौर स्थित घर पर भी कार्रवाई के लिए दस्तावेजों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में करोड़ों की बेनामी संपत्ति खुलासा हुआ है। डीके जैन के घर से लोकायुक्त को 44 तोला सोना और 1 किलो चांदी मिले हैं। डीके जैन को रिटायर होने में 1 साल बाकी है।
एसपी के निर्देश पर डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया के नेतृत्व में टीम डीके जैन के विजय नगर में स्कीम नंबर 78 स्थित मकान पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में 44 तोला से ज्यादा के सोने के आभूषण, मकान, दुकान और कृषि भूमि की 20 से ज्यादा रजिस्ट्री मिली है। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं में किए गए निवेश की भी जानकारी मिली है।
डीएसपी भदौरिया के मुताबिक डीके जैन जिस बंगले में रहते हैं। उसकी कीमत 1 करोड़ से अधिक की है। प्रारंभिक जांच में इंदौर में 5 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति की जानकारी मिली है।
धार के नगर पालिका के सहायक यंत्री डीके जैन।
पैदल या स्कूटी से ही चलते थे
डीके जैन कभी बेनामी दौलत का दिखावा नहीं होने देते थे। वे यहां तक कि पैदल ही अमूमन आते-जाते थे ताकि किसी को शक न हो। यहां तक कि वे साइट का निरीक्षण करने के लिए कभी कई बार निचले कर्मचारियों की स्कूटी ले जाते थे।
बेटा प्रॉपर्टी के काम में
जैन का बेटा प्रापर्टी और कॉलोनियों से जुड़े काम में है। आशंका है कि उसी से किसी तरह के टकराव के चलते यह शिकायत हुई थी। जैन की 25 से 30 साल की नौकरी में लगभग आधा कार्यकाल धार या उसके आसपास ही गुजरा है। वे खरगोन, राऊ में भी पदस्थ रहे हैं।
धार नगर पालिका में 2% का कमीशन
धार नगर पालिका में नेता से लेकर अफसर तक का हर पेमेंट पर कथित कमीशन फिक्स है। यहां इंजीनियरों को 2% कमीशन ठेकेदारों से मिलता है।
पूर्व में सस्पैंड हो चुके हैं डीके जैन
कुछ साल पहले प्रभारी सीएमओ के चार्ज में रहते हुए धार में जैन पर मद परिवर्तन कर ठेकेदारों को भुगतान करने का आरोप लगा था। इसके बाद उन्हें सस्पैंड कर दिया गया था। तब उनका मूल पद सब इंजीनियर था। इसी के चलते उनका प्रमोशन रोक दिया गया था। बहाल होने के लंबे समय बाद उन्हें असिस्टैंड इंजीनियर की पोस्ट मिली।
घर के बाहर लोकायुक्त के अधिकारी।
बताया जा रहा है कि धार के सरकारी आवास सहित अन्य स्थानों से 15 से ज्यादा रजिस्ट्री मिली हैं। जो उनके परिजन के नाम पर भी दर्ज है। DSP शिव सिंह यादव ने बताया कि धार और इंदौर के आवासों पर एक साथ छापे मारे गए हैं। शुरुआती जांच में 15 पासबुक मिली हैं, जिनका मिलान किया जा रहा है। सोने के गहने, म्यूचुअल फंड से संबंधित जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। वेतन से करीब 112% अधिक संपत्ति होने की जानकारी सामने आई है। नगर पालिका में लंबा समय हो चुका है। इससे पहले राउ नगर पंचायत में भी पदस्थ रहे हैं। वर्तमान में धार नगर पालिका में पदस्थ है।
विजय नगर में है एक करोड़ का आलीशान बंगला।