May 21, 2024 : 8:08 PM
Breaking News
अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल में नई सरकार:शेर बहादुर देउबा पांचवीं बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने, भारत के साथ बेहतर रिश्तों के हिमायती रहे हैं

  • Hindi News
  • International
  • Nepal PM Sher Bahadur Deuba Oath Taking Ceremony Update | Sher Bahadur Deuba To Take Oath As New Nepal Pm Today

4 मिनट पहले

नेपाल में मंगलवार शाम को शेर बहादुर देउबा ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे पांचवीं बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने संविधान के आर्टिकल 76 (5) के मुताबिक, उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उन्हें 2 दिन के भीतर प्रधानमंत्री बनाने का आदेश दिया था। इसके साथ ही कोर्ट ने भंग पड़ी संसद को बहाल करने को भी कहा था।

शेर बहादुर देउबा नेपाल में अब तक विपक्ष में रही पार्टियों के गठबंधन की सरकार बनाएंगे। इस गठबंधन में नेपाली कांग्रेस, CPN (माओवादी), CPN-UML माधव कुमार नेपाल-झालानाथ खनाल गुट, जनता समाजवादी पार्टी का उपेंद्र यादव गुट और राष्ट्रीय जनमोर्चा शामिल हैं।

भारत समर्थक माने जाते हैं देउबा
नेपाल में 4 बार प्रधानमंत्री रह चुके देउबा को भारत समर्थक माना जाता है। 2017 में प्रधानमंत्री बनने के बाद वे दिल्ली आकर पीएम नरेंद्र मोदी से मिले थे। देउबा भारत के साथ आर्थिक रिश्तों से लेकर मधेशियों के मामले में नरम रवैया दिखाते रहे हैं।

नेपाल के प्रधानमंत्री के तौर पर 2017 में भारत आए देउबा ने PM मोदी से मिलकर रिश्ते बेहतर करने की पहल की थी।

नेपाल के प्रधानमंत्री के तौर पर 2017 में भारत आए देउबा ने PM मोदी से मिलकर रिश्ते बेहतर करने की पहल की थी।

राष्ट्रपति ने 22 मई को संसद भंग कर दी थी
नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सिफारिश पर 22 मई को संसद भंग कर दी थी। नेपाली संसद पिछले 5 महीने में दूसरी बार भंग की गई थी। उन्होंने 12 और 19 नवंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया था। राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 30 से ज्यादा पिटीशन लगाई गई थीं। विपक्षी पार्टियों की तरफ से दायर याचिका में संसद को बहाल करने और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा को प्रधानमंत्री बनाने की मांग की गई थी।

नेपाल में पिछले साल दिसंबर से सियासी संकट
नेपाल में पिछले साल दिसंबर से सियासी संकट बना हुआ है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में कलह की वजह से सरकार नहीं चल पाई थी। प्रधानमंत्री ओली की सलाह पर राष्ट्रपति ने 20 दिसंबर को संसद भंग करके 30 अप्रैल और 10 मई को चुनाव कराने का ऐलान किया था, लेकिन फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने संसद को बहाल कर दिया था।

खबरें और भी हैं…

Related posts

रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन आज से; डोनाल्ड ट्रम्प की राष्ट्रपति चुनावों के लिए उम्मीदवारी पर औपचारिक घोषणा होगी

News Blast

देवास के नेमावर में वाहन चोरों से इतनी बाइक मिली की शोरूम खुल जाए

News Blast

पाकिस्तान में अफगान राजदूत की बेटी अगवा:बीते दिन कुछ अनजान लोगों ने किया किडनैप, कई घंटो तक टॉर्चर करने के बाद छोड़ा; विदेश मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई की मांग की

News Blast

टिप्पणी दें