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- Phygital Funda Of Fashion World; Virtual Fashion Shows Started Under Compulsion In The Midst Of Corona Pandemic Now Profitable Deal
मुंबई2 घंटे पहलेलेखक: मनीषा भल्ला
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- लाइव स्टेज परफॉर्मेंस वाला मजा चाहे ना हो पर इसमें रीच ज्यादा मिलती है
- डिजाइनर की जिम्मेदारी बढ़ी, अब डिजाइन के अलावा वेन्यू, मॉडल सब ढूंढते हैं
फैशन शो की दुनिया में अब वर्चुअल शो ही फैशन बन चुका है। कोविड के चलते मजबूरी में शुरू हुए ऐसे फैशन शो की वजह से रीच कई गुना बढ़ी है।,और भी कितने सारे फायदे हैं। अब हालात सामान्य होंगे तो परंपरागत फैशन शो के साथ-साथ वर्चुअल शो का जलवा भी बरकरार रहेगा।
कोविड के साथ वर्चुअल फैशन शो भी चीन ही लाया
पूरी दुनिया में चीन ही कोविड ले आया। वर्चुअल फैशन शो भी वहीं से आए। चीन के ई-कॉमर्स जायंट अलीबाबा ग्रुप की ऑनलाइन रिटेल कंपनी टी-मोल ने बीते साल ही डिजिटल शंघाई फैशन वीक का आयोजन किया था। यह इतना हिट रहा के सारे फैशन वर्ल्ड ने इसे अपना लिया।
इंडिया कॉउचर वीक | सितंबर 2020 |
इंडिया फैशन वीक | अक्टूबर 2020 |
एफडीसीआई एंड एलएफडब्ल्यू फैशन शो | मार्च 2021 |
फिजिटल शो क्या है
फिजिटल यानी फिजिकल और डिजिटल का मिक्सिंग। यहां कुछ बातें यथार्थ स्वरूप में होती हैं तो कुछ वर्चुअल। जैसे कि एफडीसीआई ने इस साल इंडिया फैशन वीक को फिजिटल फॉर्मेट में आयोजित किया था।
फैशन शो में भी ड्राइव इन
फिजिटल फैशन शो में सारे मॉडल्स को एफडीसीआई के कैंपस में इकट्ठा किया गया। यहां उन्होंने बिना किसी दर्शक की मौजूदगी में रैंप वॉक कर दिया। बाद में इस रैंप वॉक में नदी, जंगल या और कोई लोकेशन बैकग्राउंड डिजिटली एड किए गए। कुछ फैशन डिजाइनर्स ने ड्राइव इन रैंप वॉक भी करवाया। एक बड़े से पार्किंग स्लॉट में बीच में रैंप पर उनके मॉडल्स ने वॉक किया। कुछ गेस्ट ने कार में बैठे-बैठे ही सेफ डिस्टेंस से यह शो एंजॉय किया। लेकिन ज्यादातर डिजाइनर्स ने इस शो में अपने शो केस रील बनाकर भेजना ही सलामत माना था।
डिजाइनर का काम बढ़ गया
‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘रामलीला’ जैसी फिल्मों की कॉस्ट्यूम डिजाइनर अंजू मोदी इन दिनों सितंबर में होने वाले समर फैशन शो की तैयारी कर रही हैं। अंजू ‘दैनिक भास्कर’ को बताती हैं कि उनके लिए फैशन शो की तैयारी का मतलब ही बदल चुका है। अब अंजू को अपने कलेक्शन के लिए खुद ही मॉडल्स सिलेक्ट करना है। साथ-साथ वे कोई ऐसा वेन्यू भी खोजेंगी जहां वे कुछ मॉडल्स और दूसरे क्रू मेंबर्स के साथ शो केस रील बना सकें।
वर्चुअल ने बेरोजगार होने से बचाया
वर्चुअल शो में भी फोटोग्राफर, मेकअप आर्टिस्ट, कोरियोग्रफर, म्यूजिशियन और मॉडल्स को तो काम मिलता है। इन सारे लोगों के पास दूसरे असाइनमेंट भी होते ही हैं। इसलिए कोई बेकार नहीं रहा।
ई-कॉमर्स में कई संभावनाएं
चीन की ऑनलाइन रिटेल कंपनी टी-मोल ने फैशन शो शुरू किए। भारत की ऑनलाइन रिटेल कंपनियां भी इसमें नई संभावनाएं खोज रही हैं। ऑर्डर कैटलॉग के साथ-साथ ही फैशन शो की झांकी देखने मिल जाए या फैशन शो देखते वक्त ही ऑर्डर का ऑप्शन भी मिल जाए, यह डिजिटल में ज्यादा आसान है। ई-कॉमर्स कंपनियों, डिज़ाइनर्स और ऑर्गेनाइजर्स के बीच सोशल मीडिया पर प्रमोशन और दूसरे कई तरह के टाई-अप हो रहे हैं। सब के लिए फायदे का सौदा देखते हुए वर्चुअल शो की पॉप्युलैरिटी और बढ़ने के आसार हैं।
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