फरीदाबाद12 घंटे पहले
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एडिशनल कमिश्नर से मिलकर बताई समस्या।
भीषण गर्मी में नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। पांच दिनों से शहर के कई पॉश सेक्टरों में रहने वाले करीब डेढ़ लाख से अधिक की आबादी को पानी नहीं मिल रहा है। नगर निगम लोगों को टैंकरों से भी पानी नहीं दे पा रहा है। परेशान सैकड़ों लोगों ने बीजेपी पार्षद अजय बैसला के साथ नगर निगम मुख्यालय में चीफ इंजीनियर से मिलने पहुंचे। लोगों के आक्रोश काे देखकर कर्मचारी ऑफिस छोड़कर फरार हो गए। इस दौरान हंगामा भी हुआ। एक क्लर्क के साथ बहसबाजी भी हो गयी। आखिर में उसे भी ऑफिस से बाहर कर दिया गया। इसके बाद नाराज लोग एडिशनल कमिश्नर डाॅ. वैशाली शर्मा से मुलाकात की और उन्हें समस्या बताकर एक दिन का अल्टीमेटम दिया। लोगों ने चेतावनी देेते हुए कहा कि यदि पानी नहीं मिला तो लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
इसलिए पैदा हुआ पानी का संकट
जानकारी के अनुसार एचएसवीपी और सिंचाई विभाग का ग्रेटर फरीदाबाद पलवली गांव के पास कोई काम चल रहा है। ठेकेदार की लापरवाही से काम करने के दौरान रैनीवेल की लाइन नंबर पांच टूट गयी। लेकिन नगर निगम प्रशासन न तो इस बारे में लोगों को जानकारी दी और न पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था कराई। नगर निगम के अधिकारियेां ने ये भी बताना उचित नहीं समझा कि पानी की समस्या कब तक ठीक हो जाएगी। इससे लोग नाराज हो गए।
क्षतिग्रस्त रैनीवेल लाइन को ठीक करने में लगे कर्मचारी
पॉश इलाकों में डेढ लाख से अधिक की है आबादी
बीजेपी पार्षद अजय बैसला ने बताया कि उनके वार्ड में पड़ने वाले सेक्टर 28, 29, 30, 31, आईपी कॉलोनी, स्प्रिंगफील्ड कॉलोनी, एतमादपुर, अशोका एंक्लेव, सेक्टर 37, ग्रीन फील्ड कॉलोनी आदि में डेढ़ लाख से अधिक की आबादी है। भीषण गर्मी में लोगों को एक बूंद भी पीने का पानी रैनीवेल से नहीं मिल रहा है। मजबूरी में लोग प्राइवेट टैंकरों से पानी खरीदकर काम चला रहे हैं। बैसला ने बताया कि इस बारे में निगम के उच्चाधिकारियाें को सूचना दी गई लेकिन अधिकारी व कर्मचारी आज कल सामान लाकर ठीक करने का झांसा देते रहे। इस बहानेबाजी में पांच दिन बीत गए।
लोगों का आक्रोश देखकर भाग खड़े हुए कर्मचारी
पानी से प्रभावित सैकड़ों लोग पार्षद अजय बैसला के नेतृत्व में निगम मुख्यालय पहुंचे और चीफ इंजीनियर रामजीलाल से मुलाकात करना चाह रहे थे। लेकिन वह कार्यालय में मौजूद नहीं थे। लोगों के आक्रोश को देखकर चीफ इंजीनियर कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी एक एक कर बाहर भाग गए। पीछे वाले कमरे में मौजूद क्लर्क अनिल कुमार से चीफ इंजीनियर का मोबाइल नंबर पूछा तो वह नंबर नहीं बता पाए। इससे लोग और आक्रोशित होकर हंगामा करते हुए क्लर्क को भी बाहर कर दिया।
पूछा सवाल, प्राइवेट टैंकरों को कहां से मिल रहा पानी
स्प्रिंग फील्ड कॉलोनी आरडल्ब्यूए अध्यक्ष ऋषि मलिक, रेजीडेंट्स नफे सिंह भाटी, सुरेश नथानी, हर्ष महाजन, वीरेंद्र मिश्रा, भगवत परिहार, वरुण बब्बर, राजेश शर्मा आदि ने निगम प्रशासन से सवाल करते हुए कहा कि नगर निगम टैंकरों से पानी नहीं दे पा रहा है तो प्राइवेट टैंकरवालों काे पानी कहां से मिल रहा है। निगम को फोन करने के बाद भी टैंकरों से पानी नहीं पहुंचाया जा रहा। प्राईवेट टैंकरवालों ने लूट मचा रखी है। पानी 15 सौ से 2 हजार रुपए तक देना पड़ रहा है।
एक दिन का अल्टीमेटम, इसके बाद आंदोलन
लोगों ने एडिश्नल कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा से मुलाकात की और एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए जल्द से जल्द पानी उपलब्ध कराने को कहा। इसके बाद लोगों ने सड़क पर उतारकर आंदोलन करने की चेतावनी दी। बीजेपी पार्षद अजय बैसला ने अफसरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि अधिकारी नहीं सुधरे तो अब इनका इलाज भी किया जाएगा। उधर रैनीवेल एक्सईएन मदनलाल शर्मा ने कहा कि लाइन ठीक कराने का काम शुरू कर दिया गया। शनिवार शाम तक प्रॉपर पानी की सप्लाई शुरू हो जाएगी।