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- 28 People Including 2 Americans Had Hatched A Conspiracy To Kill, Police Killed Three Suspects
पोर्ट-ऑ-प्रिंस3 घंटे पहले
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प्रेसीडेंट मोसे के शरीर पर 12 गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। -फाइल फोटो
हैती के राष्ट्रपति होवेनेल मोसे की हत्या की साजिश 28 लोगों ने मिलकर की थी। इनमें हैती मूल के दो अमेरिकी और 26 कोलंबियाई नागरिक शामिल थे। इनमें से तीन कोलंबियाई संदिग्धों को पुलिस ने ढेर कर दिया है। हैती पुलिस ने गुरुवार को यह खुलासा किया। हत्या बुधवार को की गई थी।
हैती पुलिस के डायरेक्टर लियोन चार्ल्स ने बताया कि 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 15 कोलंबियाई और दो हैती मूल के अमेरिकी शामिल हैं। आठ हमलावर अभी फरार हैं। चार्ल्स के मुताबिक, जब हत्यारे इस घटना को अंजाम देकर भाग रहे थे,तभी पुलिस ने उन्हें घेर लिया। तब से ही दोनों तरफ से फायरिंग की जा रही है।
घर में घुसकर प्रेसिडेंट पर चलाईं गोलियां
बुधवार सुबह करीब 5 बजे हैती की राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस स्थित राष्ट्रपति भवन में भारी हथियारों से लैस हमलावर घुसे थे। उन्होंने 53 साल के राष्ट्रपति मोसे और उनकी पत्नी मार्टिना मोसे पर अंधाधुंध गोलियां दाग दीं। प्रेसिडेंट के शरीर पर 12 गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। उनका फ्लोरिडा में इलाज चल रहा है। राष्ट्रपति के तीनों बच्चे सुरक्षित हैं।
हत्या की वजह नहीं पता
अधिकारियों ने अब तक यह खुलासा नहीं किया है कि साजिशकर्ताओं ने प्रेसिडेंट की जान क्यों ली। 2017 में प्रेसिडेंट बनने के बाद से ही मोसे के खिलाफ कई प्रदर्शन हुए। लोग उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों और अर्थव्यवस्था की कथित गलत नीतियों से नाखुश थे। कोलंबियाई डिफेंस मिनिस्टर डिएगो मोलानो ने बताया कि शुरुआती जांच में जानकारी मिली है कि संदिग्ध कोलंबियाई हत्यारे देश के सुरक्षा बलों से रिटायर्ड थे।
1.1 करोड़ की आबादी का कोई मुखिया नहीं
मोसे की हत्या के बाद हैती में इस बात को लेकर उलझन पैदा हो रही है कि अब सत्ता कौन संभालेगा। पिछले सप्ताह ही एरियल हैनरी को नया प्रधानमंत्री चुना गया था, लेकिन वे शपथ नहीं ले पाए थे। पुराने प्रधानमंत्री जोसेफ क्लॉड ही प्रधानमंत्री के तौर पर काम रहे हैं। दोनों के बीच संघर्ष शुरू हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट के हेड की मौत पिछले महीने कोविड के चलते हो गई थी। 2019 के चुनाव रद्द हो जाने के कारण फिलहाल संसद भी खाली पड़ी है।