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कानपुर15 मिनट पहले
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कानपुर में गुरुवार की रात ब्लैक फंगस से पीड़ित 57 साल की एक महिला की मौत हो गई। उसका इलाज लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) में चल रहा था। वह कोरोना से भी संक्रमित थी। इसके बाद कानपुर में ब्लैक फंगस से मौतों की संख्या 5 हो गई है।
महिला एक हफ्ते पहले ही कोरोना संक्रमण के चलते हैलट में भर्ती हुई थी। डाक्टरों ने महिला में ब्लैक फंगस की एक रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुछ और सैंपल लैब भेजे थे। डॉक्टरों ने महिला की एक आंख भी निकालने की कोशिश की थी, लेकिन शुगर का मरीज होने की वजह से उसकी सर्जरी नहीं हो पाई थी।
ब्लैक फंगस के लक्षण क्या हैं?शरीर के किस हिस्से में इंफेक्शन है, उस पर इसके लक्षण निर्भर करते हैं। चेहरे का एक तरफ से सूज जाना, सिरदर्द होना, नाक बंद होना, उल्टी आना, बुखार आना, चेस्ट पेन होना, साइनस कंजेशन, मुंह के ऊपर हिस्से या नाक में काले घाव होना जो बहुत ही तेजी से गंभीर हो जाते हैं। डॉक्टर भारद्वाज बताते हैं कि फंगस जब ब्लैक पिगमेंट प्रोड्यूस करता है तो उसे ब्लैक फंगस कहते हैं। जब फंगस पिगमेंट नहीं प्रोड्यूस करता तो वो वाइट हो जाता है। इसे कैंडिडा कहते हैं जो लोकल तौर पर वाइट फंगस कहा जा रहा है।
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