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- Amazon’s Petition Against Future Group May Come In A Few Days, Hearing Completed On October 16
मुंबई40 मिनट पहले
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पिछले साल अमेजन ने फ्यूचर समूह की गैर लिस्टेड कंपनी फ्यूचर कूपंस में 49 पर्सेंट हिस्सेदारी ली थी। फ्यूचर कूपंस की फ्यूचर रिटेल में 7.3 पर्सेंट हिस्सेदारी है। अमेजन और फ्यूचर के बीच यह टकराव तब आया है, जब रिलायंस रिटेल देश के रिटेल सेक्टर में एकतरफा राज करने की उम्मीद कर रही है
- अमेजन का आरोप है कि रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप की डील से एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन हुआ है
- अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप को लीगल नोटिस भेजी थी। इसकी सुनवाई सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर में हुई है
फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच डील को लेकर दायर की गई अमेजन की याचिका पर कुछ ही दिन में फैसला आ सकता है। इस मामले में आर्बिट्रेशन पैनल ने सुनवाई पूरी कर ली है। इस फैसले से डील पर असर होगा। अमेजन ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है। साथ ही फ्यूचर और रिलायंस ने भी कोई जवाब नहीं दिया है।
रिलायंस रिटेल के साथ 24 हजार 713 करोड़ रुपए में हुई थी डील
बता दें कि किशोर बियानी ने फ्यूचर समूह का कुछ हिस्सा रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल कंपनी को 24 हजार 713 करोड़ रुपए में बेच दिया है। इसी पर अमेजन ने फ्यूचर समूह के खिलाफ एक याचिका दायर की है। अमेजन ने आरोप लगाया है कि यह डील एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन करती है। उसने फ्यूचर समूह को कानूनी नोटिस भी भेजी है। इसी पर सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने 16 अक्टूबर को अमेजन की याचिका पर सुनवाई की थी।
सिंगापुर के पूर्व एटॉर्नी जनरल हैं आर्बिट्रेटर
सूत्रों के मुताबिक सुनवाई के दौरान अमेजन, फ्यूचर समूह तथा रिलायंस के इस मामले में वी.के. राजा सोल आर्बिट्रेटर के रूप में थे। वी.के. राजा सिंगापुर के पूर्व एटॉर्नी जनरल हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में वे फैसला दे सकते हैं। इस मामले में जो भी फैसला आएगा उससे फ्यूचर-रिलायंस डील तय होगी। यह डील 22 अगस्त 2020 को हुई थी। इसमें फ्यूचर समूह ने होलसेल, रिटेल और लॉजिस्टिक आदि को रिलायंस रिटेल वेंचर्स को बेच दिया था। फ्यूचर ने इसके लिए दिग्गज वकील हरीश साल्वे को नियुक्त किया था।
अमेजन ने फ्यूचर कूपंस में खरीदी है हिस्सेदारी
पिछले साल अमेजन ने फ्यूचर समूह की गैर लिस्टेड कंपनी फ्यूचर कूपंस में 49 पर्सेंट हिस्सेदारी ली थी। फ्यूचर कूपंस की फ्यूचर रिटेल में 7.3 पर्सेंट हिस्सेदारी है। अमेजन और फ्यूचर के बीच यह टकराव तब आया है, जब रिलायंस रिटेल देश के रिटेल सेक्टर में एकतरफा राज करने की उम्मीद कर रही है।रिलायंस रिटेल को देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी इस समय मजबूत बना रहे हैं। लगातार उसमें हिस्सेदारी बेच रहे हैं।
रिटेल में हिस्सेदारी बेचकर 37,710 करोड़ जुटाए अंबानी ने
सितंबर से लेकर अब तक 37 हजार 710 करोड़ रुपए की रकम जुटाई जा चुकी है। रिलायंस रिटेल देश में सबसे ज्यादा फायदा कमाने वाली रिटेल कंपनी है। इसके पास सुपरमार्केट्स, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स चेन स्टोर्स, कैश एंड कैरी होलसेल बिजनेस, फास्ट फैशन आउटलेट और ऑन लाइन ग्रोसरी जियो मार्ट जैसे प्रोडक्ट हैं। रिलायंस रिटेल के पास 12 हजार स्टोर्स 7 हजार इलाकों में हैं। इसके पास 64 करोड़ फूटफॉल (लोगों की आवाजाही) सभी सेगमेंट में रही है।
2019-20 में कुल रेवेन्यू 1.63 लाख करोड़ रुपए
2019-20 में इसका रेवेन्यू 1.63 लाख करोड़ रुपए रहा है। यह देश में रिटेल सेक्टर में ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों में मजबूत टक्कर दूसरी कंपनियों को दे रही है। इसकी जियो मार्ट ऑन लाइन में फ्लिपकार्ट और अमेजन से सीधी टक्कर ले रही है।