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भोपाल2 घंटे पहले
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डबरा में पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में सभा करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी का सीधे नाम लेने से परहेज किया।
मध्य प्रदेश के चुनावी घमासान में अब नेता एक-दूसरे पर निजी हमले करने लगे हैं। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा में शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी काे आइटम कहकर संबोधित किया। कमलनाथ ने कहा- हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) तो सीधे-साधे और सरल हैं। ये उसके जैसे नहीं हैं। मैं क्यों उसका नाम लूं। इतने में लोग बोले- इमरती देवी। इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं। आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। वह क्या आइटम है। पूर्व मुख्यमंत्री के भाषण का यह वीडियो अब वायरल हो गया है।
भोपाल में शिवराज सुबह से मौन उपवास पर बैठे
ग्वालियर की सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के बयान की निंदा की। मुख्यमंत्री ने कहा- कमलनाथ ने अन्याय की अति की है। ग्वालियर जिले की एक बेटी का अपमान किया। शर्म आनी चाहिए। किस दिशा में राजनीति को ले जा रहे हो। सोमवार सुबह 10 बजे से सीएम शिवराज, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत अन्य मंत्री मौन उपवास पर बैठे।
शिवराज का ट्वीट- कांग्रेस ने फिर सामंतवादी सोच उजागर की
कमलनाथ जी!
इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है जिसने गाँव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं।
कांग्रेस ने मुझे ‘भूखा-नंगा’ कहा और एक महिला के लिए आपने ‘आइटम’ जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 18, 2020
राजे भी विवादित बयान दे चुके हैं
इससे पहले डबरा से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश भी मंत्री इमरती देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। उन्होंने निजी हमला करते हुए मंत्री की पहचान पर ही प्रश्नचिह्न लगा दिया था। उनका कहना था कि वे तो कई सालों से राजनीति कर रहे हैं, लेकिन इमरती देवी बताएं कि उनका आधार क्या है। अभी तो राजनीति में आई हैं। हम रिश्तेदार हैं, लेकिन उससे कोई लेना-देना नहीं है। इसके बाद भाजपा की महिला प्रवक्ता आक्रमक हो गईं। उन्होंने कांग्रेस पर जवाबी हमला किया और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की थी।
इमरती देवी भी विवाद खड़ा कर चुकी
प्रचार के दौरान एक नुक्कड़ सभा में इमरती का कहना था कि उपचुनाव में हमें सरकार बचाने के लिए 8 सीटें चाहिए। जबकि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 27 सीटों की जरूरत है। अब आप बता दीजिए कि कांग्रेस सभी 27 सीटें जीत जाएगी और सत्ता-सरकार आंखें बंद किए बैठे रहेगी क्या? सत्ता-सरकार में इतनी दम होती है कि कलेक्टर से कह दे कि ये सीट चाहिए तो वह सीट मिल जाती है। इसके बाद कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत भी की थी।
उपचुनाव में माननीय लांघ रहे मर्यादा
उपचुनाव में इससे पहले भी माननीय अपनी मर्यादा लांघ चुके हैं। अपने बयान में कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर ने शिवराज सिंह को नंगा-भूखा कहा था। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कमलनाथ और दिग्विजय को चुन्नू-मुन्नू कहकर संबोधित कर चुके हैं। कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा कैलाश विजयवर्गीय को पाखंडी और रावण तक बता चुके हैं।