गोंडा2 घंटे पहले
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गोंडा में तीन नाबालिग बहनों पर सोमवार रात को किसी ने तेजाब से हमला कर दिया था। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
- उन्होंने बताया-लड़की का किसी से बात करने का आरोप गलत है, उसके पास मोबाइल नहीं
गोंडा में देर रात परसापुर थाना क्षेत्र के पस्का में तीन बहनों पर सोते समय एसिड अटैक हुआ था। तीनों लड़कियां झुलस गईं हैं। फोन पर बातचीत में पिता ने बताया- मैं कपड़े प्रेस करने का काम करता हूं। घर में 5 बीघा खेती भी है। इसी से परिवार का खर्च चलता है। मैं चाहता हूं कि बिटिया पढ़-लिख कर नौकरी करे।
10 किमी दूर पढ़ने जाती है बिटिया
पिता ने बताया- घर में 4 बेटियां हैं। सबसे छोटी 4 साल की है। घायल हुई तीनों बेटियां पढ़ाई करती हैं। सबसे बड़ी बेटी, जो सबसे ज्यादा झुलसी है, 10वीं में पढ़ती है। 6 महीने से स्कूल बंद हैं। नहीं तो वह 10 किमी दूर पढ़ने जाया करती थी। वह पढ़ाई में भी अच्छी है। चाहता हूं पढ़-लिख कर बेटी अपने पैरों पर खड़ी हो।
लड़की के पास नहीं है मोबाइल
पिता से जब पूछा गया कि क्या लड़की किसी से फोन पर बात करती है, तो उन्होंने बताया कि घर मे तीन मोबाइल हैं। दो मेरे पास रहते हैं, जबकि एक लड़की की मां के पास रहता है। ऐसे में लड़कियों के किसी से इस तरह बात करना या उसके लिए कोई फोन आना नहीं होता है। उन्होंने बताया कि हमारी किसी से दुश्मनी भी नहीं है।
आराेपी बल्ली लगाकर छत पर चढ़े
पिता ने बताया कि जब बेटियों की आवाज सुनी तो वह भागकर ऊपर गए। बेटी को गोद में उठाया तो तेजाब से मेरी बनियान भी जलने लगी। तभी मुझे पता लगा कि तेजाब डाला गया है। उन्होंने बताया घर के बगल में बड़े भाई का मकान है। उसी तरफ से बल्ली लगाकर आरोपी छत पर चढ़े थे।