- Hindi News
- Local
- Delhi ncr
- Leaders And Tainted Leaders Who Lost The Assembly Elections And Lost Elections Got Rewarded Post In BJP State Organization
नई दिल्ली17 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- पार्टी नहीं अपने पंसद के चेहरों को पद दिलवाने में सफल रहे संगठन महामंत्री
(शेखर घोष) प्रदेश भाजपा अध्यक्ष द्वारा चार माह बाद घोषित प्रदेश के टीम में पार्टी ने जमीनी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर चुनाव हारने और चुनाव हरवाने वाले, फर्जी हाजिरी लगाकर करोड़ों के भुगतान करवाने के आरोपी नेताओं को संगठन में रसुखदार पदों से नवाजा गया है। बताया जा रहा है कि नई टीम के नाम तय करने में प्रदेश महामंत्री की ही चली है।
पार्टी में कहा गया कि हारे हुए नेता और मौजूदा निगम पार्षदों को संगठन में पद नहीं दिया जाएगा। किन्तु 2020 का विधानसभा चुनाव हारने वालों में सुनील यादव, राजीव बब्बर, करम सिंह कर्मा, लता सोढ़ी, इंप्रीत सिंह बख्शी, तजिंदर पाल सिंह बग्गा चुनाव हारने के बाद भी संगठन में पद दिया गया। जिसका कारण यह बताया जा रहा है कि ये सभी संगठन महामंत्री के प्रिय हैं।
प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय की टीम में पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष थे। दिनेश के बारे में बताया जाता है कि वे पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष रहते हुए भी ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे। 2020 में लक्ष्मी नगर सीट से अभय वर्मा को विधानसभा का टिकट दिये जाने पर दिनेश प्रताप सिंह ने पार्टी कार्यालय में विरोध-प्रदर्शन किया था।
इनके बारे में कहा गया था कि पार्टी कार्रवाई करेगी, पर पार्टी ने इनको इनाम दिया। संगठन के गठन से पूर्व हुई बैठकों में तय किया गया था कि निगम पार्षदों और विधायकों को संगठन में जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। लेकिन नीमा भगत, सुनीता कांगड़ा और संतोष पाल को प्रमुख जिम्मेदारियां दी गई हैं।
निगम पार्षद सुनीता कांगड़ा पर भी बिना काम किए फर्जी हाजिरी लगाकर करोड़ों के भुगतान के मामले की जांच अभी विचाराधीन है। संतोष पाल को पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी के कार्यकाल में निगम पार्षद बनने के बाद जिला अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। संतोष पाल को ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है।
विधानसभा चुनाव हार चुके कौशल मिश्रा पर संगठन ने मेहरबानी दिखाई है। कौशल मिश्रा को पूर्वांचल मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अब तक कार्यालय मंत्री रहे गिरीश सचदेवा को कार्यालय मंत्री के पद हटा कर कार्यालय प्रभारी और बार-बार विवादों में रहने वाले हुकम सिंह को कार्यालय मंत्री बनाया गया है।
सुनीता कांगड़ा पूर्व महापौर के वार्ड में फर्जी अटेंडेंस घोटाले और दिनेश प्रताप सिंह के द्वारा विरोध प्रदर्शन करने की कोई जानकारी नहीं है। यमुना पार से तीनों महामंत्री पद नियुक्त करने को लेकर कहा कि यह हाई कमान का मामला है। नई टीम सबके साथ मिलकर अच्छा काम करेगी और जनता को न्याय दिलाएगी।
नवीन कुमार, मीडिया प्रमुख, दिल्ली प्रदेश