इंदौरएक घंटा पहले
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- मेडिक्लेम के पैसों को लेकर इंश्योरेंस कंपनी पहुंचे थे तीन लोग
छप्पन दुकान के पास स्थित कॉमर्स हाउस में एक युवती को युवक द्वारा बंदूक की नोक पर पांचवीं मंजिल पर ले जाने की सूचना मिली। इस पर राजबाड़ा की निर्भया की गाड़ी मौके पर पहुंची तो पता चला कि वहां क्लेम का विवाद था और वहां की एडवाइजर ने मदद के लिए फोन लगाया था। किसी को समझने में गफलत हो गई। बाद में दोनों पक्षों को थाने भेज दिया गया।
तुकोगंज पुलिस और राजबाड़ा पर तैनात निर्भया की गाड़ी को सूचना मिली थी कि कॉमर्स हाउस की पांचवीं मंजिल पर किसी युवती को आरोपी ने बंदूक की नोक पर उठा लिया है। वे उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। फिर बताया गया कि तीन बदमाश हैं। इस पर निर्भया और तुकोगंज थाने की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। वहां पता चला कि विवाद पांचवीं मंजिल स्थित रक्षा टीपीए नामक इंश्योरेंश कंपनी में विवाद चल रहा है। यहां की एडवाइजर डॉ. शक्ति ने पुलिस को बताया कि एक युवक के परिवार का क्लेम का मामला था। सात महीने से क्लेम पास नहीं हुआ है। इस पर वे यहां हंगामा कर धमकाने लगे। यह देख उसने पुलिस को कॉल कर दिया।
हालांकि उसने किडनेपर और बंदूक का कुछ भी नहीं कहा था। उधर, दूसरे पक्ष से स्कीम नंबर 134 में रहने वाले रोहित शर्मा ने बताया कि विदिशा के एक गांव में रहने वाली उसकी चाची का इंदौर में इलाज करवाया था। सात महीने बाद भी कंपनी मेडिक्लेम के पैसे नहीं दे रही थी, इसलिए हम तीन लोग वहां पैसा मांगने गए थे। वे बदमतीजी कर रहे थे। हमारे पास न तो गन है और न हमने उन्हें धमकाया।
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