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- Diesel Consumption Down 12% In August, Diesel Demand Declines For Second Consecutive Month Due To Restrictions On Vehicle Movement In Lockdown
नई दिल्ली7 मिनट पहले
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एलपीजी की बिक्री में पिछले महीने के मुकाबले आधे फीसदी की बढ़त है, लेकिन साल 2019 के मुकाबले बिक्री में 4 फीसदी गिरावट है।
- सालाना आधार पर डीजल की बिक्री में 22 फीसदी और पेट्रोल की बिक्री में 8.5 फीसदी की गिरावट है
- जेट फ्यूल की बिक्री जुलाई में 8 फीसदी फिसल गई है, जबकि सालाना आधार पर बिक्री में 62 फीसदी की गिरावट है
इकॉनमी ग्रोथ की धीमी रफ्तार और बढ़ती कीमतों के कारण डीजल की मांग में कमी है। अगस्त में डीजल की मांग जुलाई की तुलना में 12 फीसदी कम हुई है। वहीं माह दर माह के आधार पर पेट्रोल की बिक्री में 5.5 फीसदी बढ़त दर्ज हुई है। हालांकि सालाना आधार पर डीजल और पेट्रोल की बिक्री के आंकड़ों में गिरावट आई है।
डीजल की खपत में गिरावट
डीजल की मांग में गिरावट का यह लगातार दूसरा महीना है। जून के मुकाबले जुलाई में भी डीजल की बिक्री में 12.5 फीसदी की गिरावट देखी गई थी। इससे इंड्रस्ट्री के अधिकारियों को चिंता है कि रिकवरी में उम्मीद से ज्यादा वक्त लग सकता है।
जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले डीजल और पेट्रोल की बिक्री में भारी गिरावट आई है। सालाना आधार पर डीजल की बिक्री में 22 फीसदी और पेट्रोल की बिक्री में 8.5 फीसदी की गिरावट है।
जुलाई में जेट फ्यूल की बिक्री 8 फीसदी घटी
एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) यानी जेट फ्यूल की बिक्री जुलाई में 8 फीसदी कम रही, जबकि अगस्त 2019 के मुकाबले बिक्री में 62 फीसदी की गिरावट है। मुख्य रूप से खाना पकाने के लिए उपयोग की जाने वाली लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस यानी एलपीजी की बिक्री में पिछले महीने के मुकाबले इसमें आधे फीसदी की बढ़त है, लेकिन सालाना आधार पर बिक्री 4 फीसदी कम है।
देश के ऑयल इंपोर्ट में डीजल का बड़ा हिस्सा है। यह देश में फ्यूल ऑयल का करीब 40 फीसदी आपूर्ती करता है। कॉमर्शियल परिवहन और खेती को कार्यों में इसकी खपत सबसे ज्यादा है, जिससे देश की इकॉनमी को गति मिलता है।
अगस्त में फ्यूल डिमांड के आकड़े
फ्यूल | अगस्त 2019 vs अगस्त 2020 | अगस्त 2020 vs जुलाई 2020 |
डीजल | -22% | -12% |
पेट्रोल | -8.5% | 5.5% |
एटीएफ | -62% | 8% |
एलपीजी |
-4% | 0.5% |
लोकल लॉकडाउन का असर
आंकड़ों के मुताबिक, लोकल लॉकडाउन से राज्यों के बीच ट्रकों की आवाजाही पर लगे प्रतिबंधित के कारण डीजल की खपत में गिरावट देखी जा रही है। इंडस्ट्रीयल और कंस्ट्रक्शन में काम तो शुरु हुआ है, लेकिन इसकी रफ्तार काफी धीमी है। उनका कहना है कि फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण खपत में रिकवरी की गति धीमी हुई है।
पेट्रोल की खपत में सुधार
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य चिंताओं के चलते ज्यादातर लोग सार्वजनिक यातायात का उपयोग करने से बच रहे हैं और स्वयं की गाड़ियों से चलना पसंद कर रहे हैं। इससे पेट्रोल की खपत में सुधार देखा जा रहा है। हालांकि इंडस्ट्रियों के अधिकारियों को उम्मीद है कि डीजल की मांग में अगले साल तक बढ़त आ सकती है।
वहीं, देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में खपत का औसत जुलाई की शुरुआत में 93% से 75% तक गिर गया है, हालांकि आईओसी के अध्यक्ष एस एम वैद्य ने उम्मीद जताई है कि शेष बचे वर्ष के लिए खपत का औसत लगभग 70-75% रह सकता है।
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