2 घंटे पहले
- बाढ़ प्रभावित 3 राज्यों के असम, बिहार और गुजरात के छात्रों की मदद होगी प्राथमिकता
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब 1 से 6 सितंबर को जेईई और 13 सितंबर को होगी नीट परीक्षा
सोनू सूद प्रवासियों के बाद अब स्टूडेंट्स के मसीहा बनकर सामने आए हैं। उन्होंने जेईई-नीट एग्जाम्स की डेट्स पोस्टपॉन न होने की दशा में उन सभी छात्रों की मदद करने की पेशकश की है। उन्होंने 28 अगस्त को किए दो ट्वीट्स में यह बात साफ कर दी है। प्रवासी मजदूरों की तरह उन्होंने स्टूडेंट्स से भी अपनी परेशानी शेयर करने की अपील की है।
Incase #JEE_NEET happens: To all the students who will be appearing & are struck in flood hit areas of Bihar, Assam & Gujrat. Do let me know ur areas of travel. Trying to make ur travel arrangements to reach ur examination centres. No one should miss their exam bec of resources🇮🇳 https://t.co/fv5GqjOq90
— sonu sood (@SonuSood) August 28, 2020
किसी का एग्जाम छूटना नहीं चाहिए
सोनू ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि -अगर JEE_NEET एग्जाम होता है तो उन सभी छात्रों के लिए जो परीक्षा देने वाले हैं और बिहार, असम और गुजरात के बाढ़ प्रभावित राज्यों में फंसे हैं। मुझे अपने क्षेत्रों की जानकारी दें। परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए यात्रा व्यवस्था की कोशिश करने दें। किसी का भी एग्जाम साधनों की कमी से नहीं चूकना चाहिए।
सोनू ने की सेंटर्स की जानकारी देने की अपील
इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा है- अगर परीक्षाएं पोस्टपॉन नहीं होते हैं तो- मैं आपके साथ खड़ा हूं। अगर आप कहीं भी फंसे हैं तो मुझे अपने एरिया के बारे में बताएं जहां से आपको ट्रेवल करना है। मैं एग्जाम सेंटर्स तक पहुंचने में आपकी मदद करूंगा। इस बीच परीक्षा स्थगित करने और 17 अगस्त को आए फैसले पर 6 राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन लगई है। हालांकि कोर्ट पहले एग्जाम कराने का आदेश दे चुका है।