- Hindi News
- Career
- JEE NEET UG 2020| Subrahmanyam Swamy Again Tweeted Against Conducting The Examination, Telling The Government’s Decision That The Biggest Mistake
8 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले बाद अब जेईई मेन 1 से 6 सितंबर और नीट यूजी 13 सितंबर को होगा आयोजित
- परीक्षा के आयोजन के खिलाफ स्टूडेंट्स सोशल मीडिया पर कैंपन के जरिए जता रहे विरोध
ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के आयोजन को लेकर विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। पैरेंट्स- स्टूडेंट्स के बाद राजनेता भी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने लगे है। विपक्ष के साथ ही खुद बीजेपी नेता राज्य सभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वकील सुब्रह्मण्यम स्वामी भी खुलकर सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में फिर एक बार फिर स्वामी ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि कोरोना काल में जेईई मेन और नीट यूजी जैसी परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला नरेंद्र मोदी सरकार की सबसे बड़ी भूल हो साबित हो सकती है।
If our Modi Government goes through imposing the NEET/JEE exam now it will be the giant mistake like Nasbandi in 1976 that caused the undoing of Indira government in 1977. Indian voters may suffer silently but have long memories.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 24, 2020
इंदिरा गांधी के ‘नसबंदी’ के फैसले से की तुलना
राज्य सभा सांसद ने यह तक कहा कि सरकार इस समय एग्जाम कराती है तो यह 1976 में इंदिरा गांधी द्वारा किया गया ‘नसबंदी’ जैसी बड़ी गलती साबित होगी। उन्होंने इस बारे में अपने विचार एक ट्वीट के जरिए साझा किए। बीजेपी नेता ने स्पष्ट किया कि अगर अभी यह परीक्षाएं होती है तो भारतीय मतदाता ताउम्र मोदी सरकार के इस फैसले को भुला नहीं पाएंगे।
सितंबर में आयोजित होनी है परीक्षा
इससे पहले भी कई राजनेता भी परीक्षा के आयोजन और सरकार के फैसले के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी सरकार से परीक्षा स्थगित करने मांग कर चुके हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब जेईई मेन 1 से 6 सितंबर और नीट यूजी 13 सितंबर को आयोजित किया जाएगा।
कोरोना को लेकर देश में परिस्थितियां अभी सामान्य नहीं हुईं हैं। ऐसे में अगर NEET और JEE परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों ने कुछ चिंताएं जाहिर की हैं तो भारत सरकार व टेस्ट कराने वाली संस्थाओं को उस पर सही से सोच विचार करना चाहिए#SATYAGRAH_AgainstExamsInCovid
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 23, 2020
आज हमारे लाखों छात्र सरकार से कुछ कह रहे हैं। NEET, JEE परीक्षा के बारे में उनकी बात सुनी जानी चाहिए और सरकार को एक सार्थक हल निकालना चाहिए।
GOI must listen to the #StudentsKeMannKiBaat about NEET, JEE exams and arrive at an acceptable solution.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 23, 2020
Now with the directive of @EduMinOfIndia to conduct NEET, JEE 2020 in Sep, I would again appeal to the Centre to assess the risk and postpone these examinations until the situation is conducive again. It is our duty to ensure a safe environment for all our students. (2/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 24, 2020
NEET, JEE परीक्षा से जुड़े लाखों छात्र पिछले कई दिन से अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे है।
ये देश का भविष्य है।
इनकी आवाज अनसुनी नही की जा सकती।सरकार को #StudentsKeMannKiBaat सुनकर एक सामंजस्यपूर्ण नतीजे पर पहुंचना चाहिए।#SATYAGRAH_AgainstExamsInCovid
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 23, 2020
JEE-NEET की परीक्षा के नाम पर लाखों छात्रों की ज़िंदगी से खेल रही है केंद्र सरकार. मेरी केंद्र से विनती है कि पूरे देश में ये दोनो परीक्षाएँ तुरंत रद्द करें और इस साल एडमिशन की वैकल्पिक व्यवस्था करे.
अभूतपूर्व संकट के इस समय में अभूतपूर्व कदम से ही समाधान निकलेगा. @DrRPNishank— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
0