झाबुआ3 घंटे पहले
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जिले में दो दिन से लगातार बारिश हाे रही है। मौसम विभाग ने शनिवार से सोमवार तक तीन दिनों में 3 इंच से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान जताया था। लेकिन एक दिन में ही औसत 5.06 इंच बारिश हो गई।
रविवार सुबह 8 बजे तक
इसके पहले के चौबीस घंटों में मेघनगर में 8.84, थांदला में 7.42, पेटलावद में 5.4, रामा में 3.7, झाबुआ में 2.9 और राणापुर में 1.12 इंच
बारिश हुई। बारिश इतनी हुई कि अब आंकड़ा औसत के करीब आ गया। सिर्फ डेढ़ इंच पानी की और जरूरत है। दो सप्ताह के अंदर हुई बरसात ने पानी की कमी को पूरा कर दिया। 9 अगस्त तक औसत से आधी बारिश भी नहीं
हो पाई थी। लेकिन अब 96 प्रतिशत हो गई।
तालाबों के फूटने और पुलियाओं के डूबने से आवागमन बाधित हो रहा है
पिछले साल से आंकड़ा अभी काफी कम है। कारण ये है कि साल 2019 में औसत से कहीं ज्यादा बारिश हुई थी। अगस्त आधा होने तक ही औसत बारिश का आंकड़ा पार हो गया था। इस बारिश से हर कहीं हरियाली की फैल गई। हाथीपावा के चारों और सुंदर नजारा देखने लोग पहुंच रहे हैं। कई जगह परेशानी की खबरें भी आ रही हैं। तालाबों के फूटने, सड़कों को नुकसान होने और पुल-पुलियाओं के डूबने से आवागमन बाधित हो रहा है। इस साल अभी तक सूखे के दौर से गुजर रहे माही डेम में भी अब पर्याप्त पानी आ गया। दो सप्ताह में माही डेम में 88 एमसीएम (मेट्रिक क्यूबिक मीटर) पानी बढ़ गया। अब ये इसकी क्षमता के करीब है। हालांकि अभी गेट नहीं खोले जा सकते। पिछले साल 7 अगस्त को गेट खोल दिए गए थे। श्रावण के आखिरी साेमवार को डूब क्षेत्र के पुराने शृंगेश्वर धाम मंदिर तक जाकर लोगों ने दर्शन किए थे। ये मंदिर अब पूरी तरह से डूब चुका है। झाबुआ शहर में भी बहादुर सागर तालाब पूरा भर चुका है। सोमवार को इसका पानी ओवरफ्लो होने लगेगा।
जिले में अब तक औसत 29.47 इंच बारिश हुई
रविवार को सुबह से मौसम कुछ खुला, लेकिन बीच-बीच में बौछारें चलती रही। शाम 4 बजे से फिर बूंदें तेजी से बरसने लगी। मौसम विभाग ने भी जिले में फिर से तेज बरसात का पूर्वानुमान जारी किया है। जिले में अब तक औसत 29.47 इंच बारिश हो चुकी है। 30 सितंबर तक औसत रूप से हर साल 31 इंच के करीब बरसात होती है। यानि औसत के लिए अब सिर्फ डेढ़ इंच की जरूरत है। माना जा रहा है, दो दिन ऐसी ही बारिश चली तो औसत का आंकड़ा मिल जाएगा।
झकनावदा में फसलें डूबी
क्षेत्र में लगातार बारिश से मधुकन्या नदी उफान पर आ गई। इससे कुंभाखेड़ी, बिजोरी, झकनावदा के खेतों में पानी घुस गया। किसान मोहनलाल ने बताया पपीता और सोयाबीन के पौधे खराब हो गए। झकनावदा-उमरकोट मार्ग पर टोड़ी पुलिया पर एक कार भी बह गई। कार और चालक को ग्रामीणों ने बाहर निकाल लिया।
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