जबलपुर3 घंटे पहले
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गणेश चतुर्थी पर ग्रामीण अंचलों में दिन भर गणपति बप्पा मोरिया के जयकारे की गूंज सुनाई देती रही। सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध के बीच चतुर्थी पर यहां घर-घर विधिवत श्रीगणेश की स्थापना हुई। आरती वंदन के स्वर गूंजे। लोगों ने विघ्नहर्ता का पूजन-वंदन करके कोरोना जैसी त्रासदी से मुक्ति दिलाने की कामना भी की। विशेष बात यह है कि इस बार पर्व पर मिट्टी की बनी गणपति प्रतिमाओं का के्रज रहा। लोगों ने इन्ही प्रतिमाओं की स्थापना व खरीददारी की। सिहोरा: जय-गणेश की धूम मची हर तरफ सिहोरा सहित ग्रामीण अंचलों में दिन भर जयगणेश की धूम रही। दस दिवासीय उत्सव के पहले दिन घर-घर भगवान श्रीगणेश की स्थापना की गई। कोविड संक्रमण के चलते सार्वजिक आयोजन प्रतिबंधत होने के कारण लोगों ने घरों में ही स्थापना की। सुबह से शुरू हुआ पूजन और स्थापना का सिलसिला रात तक चलता रहा।
गांधीग्राम: गांव पहुंचे गणपति, किया स्वागत
गांधीग्राम सहित रामपुर, धमकी, माल्हा, देवनगर, डूंडी, बम्होरी सहित आसपास के ग्रामों में लोगों ने अपने-अपने घरों में भगवान श्रीगणेश की स्थापना की। कोरोना संक्रमण के बीच लोगों ने शासन की एडवाइजरी का पालन करते हुए घरों में ही स्थापना की। इसके अलावा दस दिवसीय उत्सव को लेकर मंदिरों में भी विशेष साज-सज्जा की गई है। बाजार में इस बार छोटी मूर्तियां पहली पसंद रहीं।
पाटन: घर-घर विराजे गजानन, हुआ भजन-पूजन
पाटन सहित ग्रामीण अंचल में शनिवार को गणेश उत्सव की धूम रही। कोरोना संक्रमण के बावजूद दिन भर चहल-पहल बनी रही। इस बार मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाओं की डिमांड अधिक रही। लोगों का कहना है कि पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। बाजार में दिन भर लोगों की आवाजाही बनी रही। इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक घरों में श्री गणेश की स्थापना का सिलसिला चलता रहा।
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