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सीएम के पहल पर अब ‘दिल्ली कोरोना’ एप पर प्रदर्शित होगा सभी अस्पतालों का हेल्पलाइन नंबर

  • सीएम ने सभी अस्पतालों को कोविड से संबंधित सवालों का जवाब देने के लिए हेल्पलाइन नंबर बनाने का निर्देश
  • अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के आधार पर कोविड अस्पतालों की कलर कोडिंग की गई है

दैनिक भास्कर

Jul 07, 2020, 06:22 AM IST

नई दिल्ली. राजधानी के सभी अस्पतालों का अधिकृत हेल्पलाइन नंबर ‘दिल्ली कोरोना’ एप पर प्रदर्शित होगा। दिल्ली सरकार को लोगों से बड़ी संख्या में शिकायतें मिलीं थीं कि इन अस्पतालों के फोन नंबर अधिकांश समय उपलब्ध नहीं रहते हैं। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सभी कोविड अस्पतालों को निर्देश दिया था कि वे लोगों के कोविड संबंधित सवालों का जवाब मुहैया कराने के लिए अधिकृत हेल्पलाइन नंबर जारी करें। जिसके बाद सभी अस्पतालों ने अपने-अपने नंबर जारी किया।

यह सभी नंबर दिल्ली कोरोना एप पर उपलब्ध हैं, जो सरकार के दिल्ली में कोविड-19 महामारी संबंधी पूछे गए सवालों का जवाब देने के लिए लांच किया गया है। कोई भी व्यक्ति, जो कोविड-19 संबंधित जानकारी के साथ इन अस्पतालों में जाना चाहता है, तो वह अब इन नंबरों को सीधे एप से डायल कर सकता है। जब कोई मरीज अस्पताल के नाम पर क्लिक करता है, जहां बेड उपलब्ध हैं, तो यह हेल्पलाइन नंबर मैप पर उसकी लोकेशन के साथ प्रदर्शित हो जाएगा।

जून में कोरोना एप लांच किया

सरकार ने इस साल जून में ‘दिल्ली कोरोना’ एप लॉन्च किया था, जो पूरे दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के उपचार के लिए बेड की उपलब्धता के संबंध में वास्तविक जानकारी प्रदान करता है। एप लॉन्च करने के कुछ दिनों बाद, सरकार ने अस्पतालों को एप पर वास्तविक समय अपडेट सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया। यह कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में बेड और वेंटिलेटर की उपलब्धता के बारे में जानकारी देने में उपयोगी है। यह दिल्ली में लोगों को पास स्थित हेल्थ केयर सुविधा तलाशने और कोविड से संक्रमित मरीज को नजदीक में इलाज कराने में मदद करता है। 

रियल टाइम मिलेगी जानकारी

एप लॉन्च करने के कुछ दिनों बाद, सरकार ने अस्पतालों को बेड के बारे में एप पर रियल टाइम अपडेट देने का आदेश दिया था। ये एप कोरोना वायरस मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में बेड और वेंटिलेटर की उपलब्धता के बारे में पूरी जानकारी देता है।

दिल्ली में कोरोना रिकवरी दर 72%, केवल 51 सौ व्यक्ति अस्पतालों में भर्ती

नई दिल्ली। वर्तमान में 9,900 कोविड बेड खाली हैं, जो कोविड अस्पतालों में बनाये गए कुल बेड का 65 प्रतिशत है। दरअसल दिल्ली में अधिकांश रोगियों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। अभी 15,564 कोरोना रोगी होम आइसोलेशन में है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “एक महीना पहले तक दिल्ली में किए जा रहे प्रत्येक 100 कोरोना टेस्ट में से 35 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे थे। आज की स्थिति में 100 टेस्ट किए जाने पर केवल 11 व्यक्ति ही कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं। कुल मिलाकर आज स्थिति इतनी भयंकर नजर नहीं आ रही जितना कि एक महीना पहले थी।” मुख्यमंत्री और दिल्ली सरकार ने ऐसे सभी व्यक्तियों से सामने आकर रक्तदान की अपील की है जो कोरोना उपचार के उपरांत स्वस्थ हो चुके हैं। दरअसल कोरोना को हरा चुके व्यक्तियों द्वारा किए गए रक्तदान से ही कोरोना से लड़ने वाला प्लाज्मा प्राप्त होता है।

बढ़ते मामलों को लेकर लोग न घबराएं: केजरीवाल

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले एक लाख के करीब पहुंचने और इसके संक्रमण के 3 हजार से अधिक लोगों के जान गंवाने के बावजूद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को फिर कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है । केजरीवाल ने कहा कि संक्रमण के मामले एक तरफ बढ़े हैं तो दूसरी ओर ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। कुल 99 हजार 444 मरीजों में 71339 कोरोना को शिकस्त देकर स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से कहा कि गत सप्ताह की तुलना में राजधानी में कोरोना की स्थिति और अधिक सुधारी है। प्लाज्मा बैंक  शुरू हो गया है।

उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में आगे आकर प्लाज्मा दान करने की भी फिर अपील की। केजरीवाल ने कहा कि  25,000 सक्रिय कोरोना मरीजों में से 15,000 का इलाज घर पर ही किया जा रहा है। मृत्यु दर में भी कमी आई है। दिल्ली में देश का पहला कोरोना प्लाज्मा बैंक खोला गया है। जांच से पता चला है कि प्लाज्मा थेरेपी कई मरीजों को ठीक करने में मदद कर सकती है। प्लाजमा दान करने के समय की तकलीफों की अफवाहों पर मुख्यमंत्री ने कहा घबराने की कोई जरूरत नहीं है, न ही दान देने वाले को कमजोरी आएगी और न ही कोई दर्द होगा।

कुछ लोगों का यह कहना है  कि अपने साथ किसी को लेकर जाएंगे तो संक्रमण हो जाएगा, इस संबंध में स्पष्ट कर दूं कि आईएलबीएस एक गैर कोरोना अस्पताल है। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में संक्रमण प्रभावितों की दैनिक संख्या में कमी देखने को मिली है और अब कुल मामलों के लिहाजा से राजधानी तीसरे नंबर पर आ गई है जबकि इससे पहले यह दूसरे नंबर पर थी। दिल्ली में 23 जून को एक दिन में कोरोना के रिकार्ड 3947 मामले आए थे जबकि पांच जुलाई को यह संख्या 2244 थी।

कोरोना से जीतकर वापस काम पर लौटे एसीपी

नई दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त ईश सिंघल कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद सोमवार को वापस ड्यूटी पर आ गए जहां पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। सिंघल की पिछले महीने कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद वह होम आइसोलेशन चले गए थे। अब उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्होंने दोबारा अपना कार्यभार संभाल लिया है।  

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