दैनिक भास्कर
Jul 06, 2020, 05:23 AM IST
भैंसदेही. स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजा ठाकुर ने जिला प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र के किसान जिसमें आदिवासी किसान भी शामिल हैं सब्जी बेचने की अनुमति दी जाए। कोरोना संक्रमण के कारण भैंसदेही तहसील मुख्यालय पर सब्जी उत्पादक आदिवासी किसान सस्ते दामों पर अपनी उपज व्यापारियों को बेचने को मजबूर हैं।
नगर परिषद भैंसदेही के तुगलगी आदेश के कारण, हाथ ठेलों पर या छोटे वाहन में ही सब्जी या अन्य सामग्री बेची जाएगी। गरीब आदिवासी किसान जाे हाथ ठेला नहीं खरीद सकते, मजबूरन किसान कम मूल्य पर अपनी सब्जी व्यापारियों को बेचने को मजबूर हैं। जो किसान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर शासन के नियम को मानते हुए बाजार में सब्जियां अन्य सामग्री बिक्री करते हैं तो नगर परिषद भैंसदेही के द्वारा उनसे रुपए 100 दंड वसूल करती है।
जबकि दंड की राशि का मूल्य सब्जी के मूल्य के बराबर नहीं होता। इसीलिए किसानों को और पाल में दुकान लगाने वाले लघु व्यापारियों को दूरी निश्चित कर अपनी फसल एवं सामग्री विक्रय करने दी जाए और नगर परिषद भैंसदेही को मनमाने तरीके से गरीब आदिवासी किसानों को दंडित ना किया जाए। चन्द हाथ ठेले वालों को विक्रय की छूट देने से जहां खरीददारों को अधिक मूल्य देना पड़ रहा है, वहीं किसान कम दाम पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हैं।