- इस सप्ताह 850 अंकों की बढ़त के साथ 36,021.42 पर बंद हुआ बीएसई
- मार्च से अब तक अप्रैल में सबसे ज्यादा 5452 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई
दैनिक भास्कर
Jul 03, 2020, 04:46 PM IST
नई दिल्ली. लॉकडाउन के कारण देश में कारोबारी गतिविधियां प्रभावित होने से घरेलू शेयर बाजारों में आई मंदी धीरे-धीरे दूर हो रही है। 24 मार्च को इस साल का निम्नतम स्तर छूने के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज के बीएसई में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है। लॉकडाउन शुरू होने के बाद शुक्रवार 3 जुलाई को बीएसई पहली बार 36 हजार के पार जाते हुए 36,021.42 अंकों पर बंद होने में कामयाब रहा है। 25 मार्च से 3 जुलाई तक 66 सत्रों में बीएसई में 10,382 अंकों की बढ़त रही है। वहीं, इस अवधि में निफ्टी में 2,806.3 की बढ़त हुई है।
25 मार्च से लागू हुआ था लॉकडाउन
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 22 मार्च रविवार को एक दिन के जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था। इसके साथ ही सरकार ने देश में लॉकडाउन लागू करने का संकेत दे दिया था। इससे निवेशकों का सेंटीमेंट प्रभावित हुआ। इसका नतीजा यह हुआ कि अगले ही दिन यानी 23 मार्च सोमवार को शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट अगले दिन 24 मार्च को भी जारी रही और बीएसई इस साल के अपने निचले स्तर 25638.9 पर पहुंच गया। 24 मार्च की रात को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी जो 25 मार्च से ही लागू हो गया था।
इस सप्ताह शेयर बाजारों का हाल
तारीख | बीएसई | निफ्टी |
29 जून | 34,961.52 | 10312.40 |
30 जून | 34,915.80 | 10302.10 |
01 जुलाई | 35,414.45 | 10430.05 |
02 जुलाई | 35,843.70 | 10551.70 |
03 जुलाई | 36,021.42 | 10,607.35 |
नोट: यह रोजाना का बंद होने का स्तर है।
अप्रैल में सबसे ज्यादा 5452 अंकों की बढ़ोतरी
मार्च में कोरोना संक्रमण के कारण गिरे बाजारों में अप्रैल महीने से ही तेजी आने लग गई थी। एक अप्रैल को बीएसई 28,265.31 अंकों पर बंद हुआ था। कोविड-19 को रोकने के लिए सरकारों और बैंकों की ओर से किए गए उपायों के कारण निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार हुआ। इससे बीएसई 1 अप्रैल के मुकाबले 30 अप्रैल को 5452.31 अंक बढ़कर 33717.62 पर बंद हुआ।
मई में मात्र 709 अंकों की तेजी
अप्रैल के मुकाबले मई महीने में बीएसई में कम तेजी देखी गई। मई में लॉकडाउन में छूट के बावजूद कारोबारी गतिविधियों में तेजी नहीं आने के कारण निवेशकों का सेंटीमेंट मिला-जुला रहा। 4 मई को बीएसई 31,715.35 अंकों पर बंद हुआ था, जो पूरे महीने के कारोबार के बाद मात्र 709 अंकों की तेजी के साथ 29 मई को 32424.10 पर बंद हुआ।
बीएसई में जून में 1612 अंकों की वृद्धि
लॉकडाउन में राहत देते हुए केंद्र सरकार ने 1 जून से अनलॉक-1 लागू किया था। इससे देश में कारोबारी गतिविधियों के साथ सामान्य आवाजाही में भी बढ़ोतरी हुई। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा और लगातार तीसरे महीने घरेलू शेयर बाजारों में तेजी दर्ज की गई। 1 जून को बीएसई 33,303.52 अंकों पर बंद हुआ था। महीने भर के कारोबार के बाद यह 1612 अंकों की तेजी के साथ 30 जून 34915.80 पर बंद हुआ।