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कोरोना वायरस के पिछले चार महीनों का हर दिन हमारे लिए डॉक्टर डे जैसा रहे है:डॉ. मनीष

  • कोरोना का इलाज करते-करते अब डॉक्टरों के मन में डर भी कम हो रहा है
  • कोरोना वायरस का संक्रमण से ज्यादा उसका तनाव लोगों को कर रहा अधिक परेशान, कोरोना से तनाव है ज्यादा घातक

दैनिक भास्कर

Jul 01, 2020, 07:45 AM IST

दिल्ली. कोराना वायरस का संक्रमण दिल्ली समेत देश में तेजी से फैल रहा है। लेकिन कोरोना वायरस से ज्यादा उसका तनाव लोगों को परेशान कर रहा है। वहीं यह तनाव डॉक्टरों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। कोरोना के इस मुश्किल घड़ी में डाक्टर दोहरी भूमिका निभा रहे हैं। डॉक्टर मरीजों का उपचार करने के साथ एक दोस्त बनकर उनका तनाव को भी दूर कर रहे हैं। सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर व आरडीए प्रेसिडेंट डॉक्टर मनीष का कहना है कि पिछले चार महीने से कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे है। काफी मरीज कोरोना पॉजिटिव आए और ठीक होकर चले गए। अब भी पॉजिटिव मरीज आ रहे है और इलाज कर रहे है। शुरु में डाक्टरों को इलाज के समय डर लगता था लेकिन अब वह डर धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। अब डॉक्टर पहले से बेहतर मरीजों का इलाज कर रहे हैै। डॉक्टर मनीष का कहना है कि इस कोरोना काल में हर दिन हमारे लिए एक जैसा है। इस दौरान काफी छुट्टियां आई लेकिन डॉक्टरों ने सभी दिन एक जैसे रहे है।  
सुरक्षा, निडरता और धैर्य के साथ हमें आगे रहकर अपने साथियों के सहयोग से समस्या से निपटना है:डॉ. अरविंद

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अरविंद का कहना है कि डॉक्टर डे का दिन इस वर्ष और भी महत्वपूर्ण हो गया है। देश में महामारी के दौरान हमारी भूमिका बढ़ गई है। सुरक्षा, निडरता और धैर्य के साथ हमें आगे रहकर अपने साथियों के सहयोग से समस्या से निपटना है, हम मिलकर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना की समस्या इतनी बढ़ी नहीं है जितना बढ़ा इसका तनाव हो गया है। लोगों के मन में डर घर कर गया है, जिन्हें कोरोना हो गया है वह इसके तनाव से ज्यादा परेशान हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि मरीजों से बात कर उनके तनाव को दूर किया जा सकें। हम दोस्त की तरह उनकी समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। उनके विश्वास जगाते हैं कि यह समस्या बहुत जल्द ही दूर हो जाएगी।

डॉक्टरों को अपनी क्षमता का बेहतर उपयोग करने का समय
हिंदूराव अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर विनोद आनंद का कहना है कि कोरोना काल में मरीजों का इलाज करना डॉक्टरों के लिए बहुत बडी चुनौति है। एक डॉक्टर अपने परिवार से अलग रहकर मरीजों की सेवा कर रहा है। डाक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो गए हैं, उनकी कमी को पूरा करने के लिए हमें कुछ ज्यादा समय देना जरूर पड़ रहा है लेकिन यह हमारे लिए अवसर हैं, कि अपनी क्षमता को और बेहतर उपयोग कर सकें।

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