पढ़ा-लिखा युवक भी रिश्तों का मोल नहीं समझ सका। जिस मां ने भूखे-प्यास रहकर परवरिश की, उसी पर चोरी का आरोप लगा डाला। अपने ही पुत्र के आरोपों से अंदर ही अंदर घुट रही मां को दिल का दौरा पड़ गया। महीनों तक बेटी और मां के घर दिन गुजारे, पर बेटा लेने नहीं आया। थकी-हारी वृद्धा को अंतत: थाने की शरण लेनी पड़ी। मंगलवार को पुलिस ने आरोपित पुत्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दर्दभरी दास्तां तेजाजी नगर थाना क्षेत्र स्थित शिवधाम शांतिनगर (लिंबोदी) में रहने वाली 65 वर्षीय पुष्पा सेठी की है। पति सुरेश सेठी दवा व्यवसायी थे, जिनका वर्ष 2010 में निधन हो गया। बेटे रजत के साथ जिंदगी गुजार लेगी, यह सोच बेटी रचना की शादी कर दी। रजत नशा करने लगा और वृद्ध मां उसे बोझ लगने लगी। पिता द्वारा बनाई संपत्ति हथियाने के लिए उसने अपनी ही मां को चोर बता दिया। रजत ने स्पष्ट कह दिया कि घर उसके रुपयों से बना है, जिस पर उसका ही हक है। चोर जैसा कठोर शब्द शूल की तरह सीने में चुभा और पिछले साल नवंबर में पुष्पा को दिल का दौरा पड़ गया। तब भी रजत का जरा भी दिल नहीं पसीजा और अंतत: मां को घर से निकाल ताला जड़ दिया।परेशान पुष्पा कुछ दिन सोमानी नगर में मां सुशीला के पास रही। कुछ दिन बेटी रचना के पास मुंबई चली गई। तीन दिन पहले घर आई तो बेटे ने ताला खोलने से मना कर दिया। पुष्पा एसडीएम के पास पहुंचीं तो रजत ने पहले ताला खोलने की हामी भर दी, लेकिन बाद में पलट गया। देर रात पुष्पा थाने पहुंचीं और रजत के खिलाफ केस दर्ज करवाया।
मकान बनाने के लिए पिता को मैंने रुपये दिए, इसलिए मकान पर मेरा हक
टीआइ आरडी कानवा के अनुसार गिरफ्तारी के पूर्व रजत की काउंसलिंग की गई। वह व्यवसाय के लिए लाखों रुपयों की मांग कर रहा था। उसने मां पर नकदी और जेवर चुराने का आरोप लगाया। मां की देखभाल की समझाइश दी तो कहा- मां मुझे खर्च के रुपये नहीं देती है। उसने कहा कि संपत्ति तो उसके रुपयों से बनाई है। मकान बनाने के लिए रुपये उसने ही दिए थे। टीआइ के अनुसार रजत झूठ बोल रहा था। जब मकान बनाया गया, तब उसकी उम्र 13 वर्ष ही थी।
पछतावा : पुलिस पंचायत में बेटे ने माफी मांगी
सत्यदेव नगर निवासी 70 वर्षीय वृद्धा बेटे बहू से परेशान होकर पुलिस पंचायत में पहुंची। एडीसी जोन-4 प्रशांत चौबे ने बेटे को समझाया कि वृद्धावस्था में माता-पिता की सेवा करना संतान की जिम्मेदारी है। मां चाहे तो केस दर्ज करवा सकती है। बेटे ने भरी पंचायत में मां के पैर पकड़ कर माफी मांगी। बेटे को अपमानित देख मां की आंखें भर आई और दोनों फूट फूटकर रोने लगे। इसी तरह एक दंपती ने 24 वर्षीय बेटे से परेशान कर पुलिस की शरण ली। कंप्यूटर विज्ञान का छात्र नशाखोरी में लग गया था। माता-पिता को धमका कर रुपये ले लेता था। काउंसलर आरडी यादव व पुरुषोत्तम यादव ने बेटे को समझाया तो उसने गलती स्वीकारी और कहा कि परीक्षा के बाद नौकरी कर माता-पिता की मदद करेगा।