May 19, 2024 : 9:17 AM
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TEDx SRCC: जावेद अख्तर बोले- इंद्रधनुष के रंगों सी सतरंगी है जिंदगी, खुद को पहचानिए और आगे बढ़िए

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सार
युवाओं में छिपी नवोन्मेषी क्षमता को निखारने और उन्हें विचारों के जरिए नई परिभाषाएं गढ़ने का अवसर देने के लिए एशिया का सबसे प्रतिष्ठित श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) तीन जुलाई यानी आज टेडएक्स का आयोजन कर रहा है।

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युवाओं में छिपी नवोन्मेषी क्षमता को निखारने और उन्हें विचारों के जरिए नई परिभाषाएं गढ़ने का अवसर देने के लिए एशिया का सबसे प्रतिष्ठित श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) तीन जुलाई यानी आज टेडएक्स का आयोजन कर रहा है। यह शनिवार को 11 बजे से शुरू हो गया। ‘टेडेक्स एसआरसीसी’ नामक इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर सहित विभिन्न क्षेत्रों की नौ शख्सियतें युवाओं का मार्गदर्शन करेंगी। इस आयोजन से अमर उजाला मीडिया पार्टनर के रूप में जुड़ा है।

‘टेडेक्स एसआरसीसी’ कार्यक्रम की थीम ‘पहचान की पहेली’ रखी गई है। कार्यक्रम की शुरुआत एक वीडियो दिखाने के साथ की गई, जिसमें सवाल उठाए गए कि आखिर हम क्या कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं, कहां और किसके लिए कर रहे हैं? बता दें कि ‘टेडएक्स एसआरसीसी’ में शामिल होने वाले युवा नए विचारों को तो सामने रखेंगे ही, इसके साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हुए नूतन अनुसंधानों से भी रूबरू कराएंगे।  

जावेद अख्तर बोले- सपने देखना मत छोड़िएगीतकार जावेद अख्तर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि लाइफ इस शेड्स ऑफ कलर है। उन्होंने कहा कि जिंदगी इंद्रधनुष के रंगों सी सतरंगी है। कोरोना संकट का जिक्र करते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि अंधेरा कितना भी हो, लेकिन भरोसा रखिए कि हर रात के बाद सवेरा होता है। उम्मीद की किरणों के साथ सूरज उगता ही है। उन्होंने कहा कि जिंदगी भी इसी तरह चलती है। तमाम मुश्किलें आईं और आगे भी आती रहेंगी, लेकिन जिदंगी को रुकने मत दीजिए, सपने देखना मत छोड़िए और उनको पूरा करने के लिए जान लगा दीजिए। 

पर्वतारोही अजीत बजाज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि राफ्टिंग और स्कीइंग करना मेरी जिंदगी की सबसे कीमती कमाई है। इससे बेहतर मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा, ”मुझे बचपन से ही पहाड़ियों पर चढ़ने का शौक था। वह 12 वर्ष साल की उम्र में 15 सौ फीट ऊंची चोटी पर चढ़ गया था। 16 साल की उम्र में हनुमान टीबा नामक स्थान पर वह 5 हजार ऊंची फीट चोटी पर चढ़ा था। इस तरह मेरा सफर आगे बढ़ता चला गया। मेरे बचपन के इस सपने को पूरा करने में मेरे माता-पिता ने मेरा समर्थन किया।” 

अजीत बजाज ने अपनी कहानी सुनाते हुए युवाओं का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब मैंने 21वां जन्मदिन 23000 फीट ऊंचाई पर मनाया। वर्ष 2012 में अजीत ने नार्थ पोल और साउथ पोल पर चढ़ाई करके विश्व रिकॉर्ड बनाया था। उक्त रिकार्ड की बदौलत भारत सरकार ने उन्हें पदमश्री अवॉर्ड से नवाजा था। लेकिन सबसे बड़ी खुशी तब मिली, जब 2018 में मैंने अपनी बेटी दीया के साथ माउंट एवरेस्ट फतह किया।

मुश्किलों आएंगी, लेकिन रुकिए मत: बजाजअजीत बजाज ने कहा, ‘मेरे शौक के चलते दुनिया भर में मुझे पहचान मिली। स्विट्जरलैंड और रूस समेत कई देशों से सम्मान मिला। अगर मैं अपने शौक को फॉलो नहीं करता तो शायद आज जो हूं वो नहीं होता।’ इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से अपने शौक को जिम्मेदारी के साथ फॉलो करने की सलाह दी।  उन्होंने युवाओं से कहा कि लोग क्या कहते हैं, उस पर गौर मत कीजिए। परिवार और दोस्तों के समर्थन से सफलता की सीढ़िया चढ़ते जाइए। नॉर्थ पोल (उत्तरी ध्रुव) तक स्की करने वाले अजीत बजाज ने कहा कि शुरुआत में मुश्किलें आती हैं, लेकिन रुकना नहीं है। आपको अपने जुनून के साथ आगे बढ़ते जाना है।

कार्यक्रम में गीतकार जावेद अख्तर और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे समेत राजनीति, फैशन, फिल्म और खेल जगत की कई बड़ी हस्तियां इस कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर जुड़ेंगी।

 वक्ताओं की सूची इस प्रकार है

राहुल मिश्रा: कानपुर में जन्मे राहुल मिश्रा एक लग्जरी फैशन डिजाइनर हैं। साल 2014 में उन्होंने इंटरनेशनल वूलमार्क अवार्ड अपने नाम किया था। यह अवार्ड जीतने वाले वह पहले भारतीय फैशन डिजाइनर हैं। उल्लेखनीय है कि साल 2008 में एमटीवी इंडिया ने उन्हें ‘एमटीवी यूथ आइकन ऑफ दि इयर’ अवार्ड दिया था।
अजीत बजाज: पर्वतारोही अजीत पहले भारतीय हैं जिन्होंने नॉर्थ पोल (उत्तरी ध्रुव) तक स्की किया व पोलर ट्रायलॉजी पूरी की। पोलर ट्रायलॉजी में नॉर्थ पोल, साउथ पोल (दक्षिणी ध्रुव) और ग्रीनलैंड आइसकैप में स्कीइंग आते हैं। बजाज और उनकी बेटी दीया पहले भारतीय पिता-पुत्री हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फतेह की है।
मीनाक्षी लेखी: भारतीय जनता पार्टी की नेता और नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से संसद सदस्य मीनाक्षी लेखी सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता भी हैं। वह जर्नल्स और अखबारों में सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर लेख लिखती हैं। मीनाक्षी लेखी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से संबंधित कई टीवी कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया है।
अंकुर वारिकू: इंटरनेट उद्यमी, मोटीवेशनल स्पीकर और निजी निवेशक अंकुर नियरबाई एप के सह संस्थापक हैं और 2015 से 2019 तक वह इसके सीईओ रहे। बता दें कि नियरबाई भारत का पहला हाइपर लोकल ऑनलाइन प्लेटफार्म है जो ग्राहकों और स्थानीय विक्रेताओं को एक दूसरे से जुड़ने की सुविधा देता है।
अवंति नागराल: संगीतज्ञ अवंति नागराल का संगीत सामाजिक स्थितियों पर आधारित रहता है। ‘एग्नेस ऑफ गॉड’ में एग्नेस की भूमिका के लिए उन्हें नेशनल थिएयर अवार्ड्स इन इंडिया में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामित किया गया था। इसके साथ ही वह संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों में भी बोल चुकी हैं और प्रस्तुति दे चुकी हैं।
हरतीरथ सिंह: हेमकुंत फाउंडेशन के संस्थापक हरतीरथ सिंह ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान हजारों लोगों की मदद की। उनका परिवार 2003 से यह एनजीओ चला रहा है। महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान उन्होंने हजारों लोगों के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था की।
विक्रम देव डोगरा: मेजर जनरल डोगरा भारतीय सेना के पहले अधिकारी हैं जिसने आयरनमैन ट्रायथलॉन पूरी की है। इस एक दिवसीय प्रतियोगिता को दुनिया की सबसे कठिन प्रतियोगिताओं में से एक माना जाता है। इसमें बिना रुके एक दिन में 3.8 किमी तैराकी, 180 किमी साइकिलिंग और 42.2 किमी मैराथन होती है।

विस्तार

युवाओं में छिपी नवोन्मेषी क्षमता को निखारने और उन्हें विचारों के जरिए नई परिभाषाएं गढ़ने का अवसर देने के लिए एशिया का सबसे प्रतिष्ठित श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) तीन जुलाई यानी आज टेडएक्स का आयोजन कर रहा है। यह शनिवार को 11 बजे से शुरू हो गया। ‘टेडेक्स एसआरसीसी’ नामक इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर सहित विभिन्न क्षेत्रों की नौ शख्सियतें युवाओं का मार्गदर्शन करेंगी। इस आयोजन से अमर उजाला मीडिया पार्टनर के रूप में जुड़ा है।

‘टेडेक्स एसआरसीसी’ कार्यक्रम की थीम ‘पहचान की पहेली’ रखी गई है। कार्यक्रम की शुरुआत एक वीडियो दिखाने के साथ की गई, जिसमें सवाल उठाए गए कि आखिर हम क्या कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं, कहां और किसके लिए कर रहे हैं? बता दें कि ‘टेडएक्स एसआरसीसी’ में शामिल होने वाले युवा नए विचारों को तो सामने रखेंगे ही, इसके साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हुए नूतन अनुसंधानों से भी रूबरू कराएंगे।  

जावेद अख्तर बोले- सपने देखना मत छोड़िए
गीतकार जावेद अख्तर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि लाइफ इस शेड्स ऑफ कलर है। उन्होंने कहा कि जिंदगी इंद्रधनुष के रंगों सी सतरंगी है। कोरोना संकट का जिक्र करते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि अंधेरा कितना भी हो, लेकिन भरोसा रखिए कि हर रात के बाद सवेरा होता है। उम्मीद की किरणों के साथ सूरज उगता ही है। उन्होंने कहा कि जिंदगी भी इसी तरह चलती है। तमाम मुश्किलें आईं और आगे भी आती रहेंगी, लेकिन जिदंगी को रुकने मत दीजिए, सपने देखना मत छोड़िए और उनको पूरा करने के लिए जान लगा दीजिए। 

अजीत बजाज ने सुनाई अपनी कहानी, बढ़ाया युवाओं का हौसला

बेटी दिया के साथ अजीत बजाज

बेटी दिया के साथ अजीत बजाज
– फोटो : Social Media

पर्वतारोही अजीत बजाज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि राफ्टिंग और स्कीइंग करना मेरी जिंदगी की सबसे कीमती कमाई है। इससे बेहतर मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा, ”मुझे बचपन से ही पहाड़ियों पर चढ़ने का शौक था। वह 12 वर्ष साल की उम्र में 15 सौ फीट ऊंची चोटी पर चढ़ गया था। 16 साल की उम्र में हनुमान टीबा नामक स्थान पर वह 5 हजार ऊंची फीट चोटी पर चढ़ा था। इस तरह मेरा सफर आगे बढ़ता चला गया। मेरे बचपन के इस सपने को पूरा करने में मेरे माता-पिता ने मेरा समर्थन किया।” 

अजीत बजाज ने अपनी कहानी सुनाते हुए युवाओं का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब मैंने 21वां जन्मदिन 23000 फीट ऊंचाई पर मनाया। वर्ष 2012 में अजीत ने नार्थ पोल और साउथ पोल पर चढ़ाई करके विश्व रिकॉर्ड बनाया था। उक्त रिकार्ड की बदौलत भारत सरकार ने उन्हें पदमश्री अवॉर्ड से नवाजा था। लेकिन सबसे बड़ी खुशी तब मिली, जब 2018 में मैंने अपनी बेटी दीया के साथ माउंट एवरेस्ट फतह किया।

मुश्किलों आएंगी, लेकिन रुकिए मत: बजाजअजीत बजाज ने कहा, ‘मेरे शौक के चलते दुनिया भर में मुझे पहचान मिली। स्विट्जरलैंड और रूस समेत कई देशों से सम्मान मिला। अगर मैं अपने शौक को फॉलो नहीं करता तो शायद आज जो हूं वो नहीं होता।’ इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से अपने शौक को जिम्मेदारी के साथ फॉलो करने की सलाह दी।  उन्होंने युवाओं से कहा कि लोग क्या कहते हैं, उस पर गौर मत कीजिए। परिवार और दोस्तों के समर्थन से सफलता की सीढ़िया चढ़ते जाइए। नॉर्थ पोल (उत्तरी ध्रुव) तक स्की करने वाले अजीत बजाज ने कहा कि शुरुआत में मुश्किलें आती हैं, लेकिन रुकना नहीं है। आपको अपने जुनून के साथ आगे बढ़ते जाना है।

ये नौ वक्ता होंगे शामिल

कार्यक्रम में गीतकार जावेद अख्तर और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे समेत राजनीति, फैशन, फिल्म और खेल जगत की कई बड़ी हस्तियां इस कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर जुड़ेंगी।

 वक्ताओं की सूची इस प्रकार है

राहुल मिश्रा: कानपुर में जन्मे राहुल मिश्रा एक लग्जरी फैशन डिजाइनर हैं। साल 2014 में उन्होंने इंटरनेशनल वूलमार्क अवार्ड अपने नाम किया था। यह अवार्ड जीतने वाले वह पहले भारतीय फैशन डिजाइनर हैं। उल्लेखनीय है कि साल 2008 में एमटीवी इंडिया ने उन्हें ‘एमटीवी यूथ आइकन ऑफ दि इयर’ अवार्ड दिया था।
अजीत बजाज: पर्वतारोही अजीत पहले भारतीय हैं जिन्होंने नॉर्थ पोल (उत्तरी ध्रुव) तक स्की किया व पोलर ट्रायलॉजी पूरी की। पोलर ट्रायलॉजी में नॉर्थ पोल, साउथ पोल (दक्षिणी ध्रुव) और ग्रीनलैंड आइसकैप में स्कीइंग आते हैं। बजाज और उनकी बेटी दीया पहले भारतीय पिता-पुत्री हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फतेह की है।
मीनाक्षी लेखी: भारतीय जनता पार्टी की नेता और नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से संसद सदस्य मीनाक्षी लेखी सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता भी हैं। वह जर्नल्स और अखबारों में सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर लेख लिखती हैं। मीनाक्षी लेखी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से संबंधित कई टीवी कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया है।
अंकुर वारिकू: इंटरनेट उद्यमी, मोटीवेशनल स्पीकर और निजी निवेशक अंकुर नियरबाई एप के सह संस्थापक हैं और 2015 से 2019 तक वह इसके सीईओ रहे। बता दें कि नियरबाई भारत का पहला हाइपर लोकल ऑनलाइन प्लेटफार्म है जो ग्राहकों और स्थानीय विक्रेताओं को एक दूसरे से जुड़ने की सुविधा देता है।
अवंति नागराल: संगीतज्ञ अवंति नागराल का संगीत सामाजिक स्थितियों पर आधारित रहता है। ‘एग्नेस ऑफ गॉड’ में एग्नेस की भूमिका के लिए उन्हें नेशनल थिएयर अवार्ड्स इन इंडिया में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामित किया गया था। इसके साथ ही वह संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों में भी बोल चुकी हैं और प्रस्तुति दे चुकी हैं।
हरतीरथ सिंह: हेमकुंत फाउंडेशन के संस्थापक हरतीरथ सिंह ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान हजारों लोगों की मदद की। उनका परिवार 2003 से यह एनजीओ चला रहा है। महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान उन्होंने हजारों लोगों के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था की।
विक्रम देव डोगरा: मेजर जनरल डोगरा भारतीय सेना के पहले अधिकारी हैं जिसने आयरनमैन ट्रायथलॉन पूरी की है। इस एक दिवसीय प्रतियोगिता को दुनिया की सबसे कठिन प्रतियोगिताओं में से एक माना जाता है। इसमें बिना रुके एक दिन में 3.8 किमी तैराकी, 180 किमी साइकिलिंग और 42.2 किमी मैराथन होती है।

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अजीत बजाज ने सुनाई अपनी कहानी, बढ़ाया युवाओं का हौसला

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