May 22, 2024 : 7:28 AM
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शरीर से दुर्गंध क्यों आती है, वैज्ञानिकों ने ढूंढा कारण, कहा- आदिमानव के समय से आर्मपिट में पाई जाने वाली बैक्टीरिया दुर्गंध फैलाने वाला एंजाइम बनाती हैं

3 दिन पहले

  • ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क ने यूनिलिवर के साथ मिलकर की रिसर्च, शोधकर्ताओं ने एंजाइम का नाम बीओ रखा
  • रिसर्च में दावा- स्ट्रेफायलोकोकस होमिनिस बैक्टीरिया खास तरह रसायन रिलीज करती है जो दुर्गंध की वजह बनता है​​​​​​
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शरीर से दुर्गंध क्यों आती है, वैज्ञानिकों ने इसका कारण पता लगा लिया है। वैज्ञानिकों का कहना है इसका कारण एक एंजाइम है जिसे आर्मपिट (बगल) में पाई जाने वाली बैक्टीरिया बनाती हैं। यही शरीर से दुर्गंध के लिए जिम्मेदार होता है। शोधकर्ताओं ने इसे बीओ एंजाइम नाम दिया गया है। यह रिसर्च ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क ने यूनिलिवर के साथ मिलकर की है।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, स्ट्रेफायलोकोकस होमिनिस बैक्टीरिया खास तरह रसायन रिलीज करती है जो दुर्गंध की वजह बनता है। यह बैक्टीरिया आदिमानव के काल से इंसानों में है। इसलिए पीढ़ी तरह पीढ़ी इसने आर्मपिट में अपनी जगह बनाई है।

डियोड्रेंट तैयार करने में मदद करेगी यह रिसर्च
शोधकर्ता डॉ. गॉर्डन जेम्स के मुताबिक, यह रिसर्च कई नई बातें सामने लाई है। जैसे उस एंजाइम को खोजा गया जो सिर्फ आर्मपिट की बैक्टीरिया बनाती हैं। यह लाखों सालों से इंसानों में मौजूद हैं। इसकी पहचान होने के बाद अब एंजाइम के मुताबिक, डियोड्रेंट तैयार किए जाएंगे ताकि इसे न्यूट्रिलाइज या खत्म किया जा सके।

बैक्टीरिया को बिना नुकसान पहुंचाए दुर्गंध कंट्रोल करने की तैयारी
शोधकर्ता डॉ. माइकल रुडेन के मुताबिक, बीओ एंजाइम की संरचना को समझने के साथ हम उन बैक्टीरिया को भी समझ पाए हैं जो इसे एंजाइम को तैयार करती हैं। इससे यह जानकारी भी मिली है कि शरीर की दुर्गंध कैसे काम करती है और इसे कैसे रोका जा सकता है बिना बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाए बगैर।

शरीर का तापमान नियंत्रित करने वाली ग्रंथि के कारण ये बैक्टीरिया पनपीं
शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस बैक्टीरिया की वजह है शरीर की एपोक्राइन ग्रंथि। यह ग्रंथि स्किन से जुड़ी होती है और बालों के जरिए शरीर से पसीना बाहर निकालती है। यह ग्रंथि आर्मपिट, चेस्ट और जननांगों के आसपास पाई जाती है। ये शरीर के बेहद जरूरी हैं क्योंकि इनकी मदद से शरीर का तापमान नियंत्रित किया जाता है।

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