- रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम कंपनी जियो ने अब तक 22.38 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची है
- पीआईएफ 2.33 प्रतिशत खरीदता है तो जियो में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी बिकने के करीब हो जाएगी
दैनिक भास्कर
Jun 16, 2020, 12:16 PM IST
मुंबई. सउदी अरबिया का वेल्थ फंड पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड (पीआईएफ) जियो प्लेटफॉर्म में 11,000 करोड़ रुपए का निवेश कर सकता है। इसके बदले में उसे 2.33 प्रतिशत हिस्सेदारी मिल सकती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम कंपनी में डॉलर के रूप में यह निवेश 1.5 अरब डॉलर का हो सकता है।
जियो 25 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेच सकती है
गल्फ न्यूज के मुताबिक अगर पीआईएफ जियो के बोर्ड में आता है तो जियो को इक्विटी में कम से कम कुल 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी बेचनी होगी। ऐसी संभावना है कि जियो अपनी हिस्सेदारी बेचने के इस राउंड में कुल 25 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है। फिलहाल जियो ने 9 कंपनियों को 22.38 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचा है। रिपोर्ट के अनुसार कोई नया इन्वेस्टर बोर्ड में आता है तो उसे स्ट्रेटेजिक इन्वेस्टर के रूप में आना होगा।
अब तक 1 लाख चार हजार करोड़ रुपए मिले हैं
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को जियो में हिस्सेदारी बेचने से अब तक 1.04 लाख करोड़ रुपए मिल चुके हैं। 8 हफ्ते में कुल 9 कंपनियों ने निवेश किया है। शनिवार को टीपीजी और एल केटरटन ने निवेश किया। टीपीजी ने 0.93 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 4,546.80 करोड़ रुपए का निवेश किया। केटरटन ने 0.39 प्रतिशत के लिए 1,894 करोड़ रुपए का निवेश किया।
फेसबुक से शुरू हुआ था निवेश
जिन कंपनियों को अब तक जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी बेची गई उसमें फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादला, एडीआईए और आज को मिलाकर टीपीजी का समावेश है। यह निवेश 22 अप्रैल से शुरू हुआ जिसमें फेसबुक ने 9.99 प्रतिशत के साथ सबसे पहले और सबसे ज्यादा हिस्सेदारी को खरीदकर शुरुआत की। टीपीजी की स्थापना 1992 में हुई थी और इसका एयूएम 79 अरब डॉलर है। बता दें कि टीपीजी उबर, एयरबीएनबी और सर्वेमंकी विश्व की टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों में निवेशक हैं। टीपीजी की पिछले कुछ हफ्तों से बातचीत हो रही थी।
8 सौदों से जियो को मिला था 97,885 करोड़ रुपए
सात हफ्तों में आठ ट्रांजैक्शन के जरिए 21 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 97,885.65 करोड़ रुपए जियो ने जुटाया था। शनिवार को इसको नौवां निवेशक टीपीजी मिला। जियो के पास 38.8 करोड़ ग्राहक हैं। टेलीकॉम बिजनेस अब आरआईएल का विकास इंजन बन गया है। यह समूह के तेजी से बढ़ते खुदरा कारोबार के साथ-साथ तेल और पेट्रोकेमिकल्स में हुई गिरावट की भरपाई करने में मदद कर रहा है। फेसबुक और केकेआर जैसे फंड्स के अलावा मुबादला और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) जैसे मिडिल-ईस्टर्न सॉवरेन फंड्स भी जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश किए हैं।
जियो प्लेटफॉर्म की वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपए
जियो प्लेटफॉर्म्स की वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपए है। सऊदी अरब का पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (पीआईएफ) भी जियो प्लेटफॉर्म्स के साथ 1.5 बिलियन डॉलर निवेश के लिए लगा हुआ है। इस साल फरवरी में, टीपीजी कैपिटल एशिया VII ने 4.6 बिलियन डॉलर की राशि जुटाई थी। भारत में टीपीजी ने वित्तीय सेवाओं, रिटेल और फार्मा जैसे क्षेत्रों में 2 अरब डॉलर से का निवेश किया है।