- स्पेसएक्स करीब 30 हजार सैटेलाइट पृथ्वी की कक्षा में भेजकर दुनिया को हाईस्पीड इंटरनेट देने की तैयारी में है
- एलन मस्क की कंपनी ने इस प्रोजेक्ट पर 2018 से काम शुरू किया था, प्रोजेक्ट की लागत करीब 10 अरब डॉलर
दैनिक भास्कर
Jun 13, 2020, 09:36 PM IST
वॉशिंगटन. अमेरिका की प्राइवेट स्पेस कंपनी स्पेसएक्स ने 61 सैटेलाइट को पृथ्वी की लोअर आर्बिट में पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। ये सैटेलाइट शनिवार को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस सेंटर से फॉल्कन 9 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजे गए। इनमें 58 स्टारलिंक सैटेलाइट और 3 स्काईसैट सैटेलाइट शामिल हैं। अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क की कंपनी दुनियाभर को हाईस्पीड इंटरनेट मुहैया कराने के लिए स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क तैयार कर रही है।
इस लॉन्चिंग का खर्च स्पेसएक्स और प्लैनेट लैब ने मिलकर उठाया। प्लैनट लैब के भी तीन सैटेलाइट ऑर्टिब में भेजे गए हैं। इसके स्काईसैट सैटेलाइट धरती की चुनिंदा जगहों का लाइव अपडेट देते हैं। इनके जरिए 24 घंटे में चुनिंदा जगहों की 12 बार फोटो ली जा सकती है, ताकि वहां की घटनाओं पर नजर रखी जा सके।
Liftoff! pic.twitter.com/NuKBSc0esf
— SpaceX (@SpaceX) June 13, 2020
स्टारलिंक नेटर्वक पर 2018 से काम शुरू हुआ
स्टारलिंक नेक्सट जेनेरेशन सैटेलाइट नेटवर्क है। जिससे पृथ्वी पर हाईस्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। स्पेसएक्स ने फरवरी 2018 से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया था। एलन मस्क की कंपनी पृथ्वी की कक्षा में 12 हजार स्टारलिंक सैटेलाइट स्थापित करेगी। इसके बाद अगले 30 हजार सैटेलाइट 328 से 580 किलोमीटर की कक्षा में सेट किए जाएंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट में करीब 10 अरब डॉलर (करीब 759 अरब 57 करोड़ रुपए) की लागत आएगी।