कानपुर: इसी कमरे में हुई थी कुशाग्र की हत्या
कानपुर में कारोबारी मनीष कनोडिया के बेटे कुशाग्र के हत्यारोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. पुलिस ने प्रेम संबंधों में हत्या की बात कही है. फिरौती वाले एंगल से भी जांच चल रही है. हालांकि, मृतक के परिजनों ने प्रेम संबंध वाली बात को सिरे से खारिज किया है. साक्ष्य और घटनास्थल की तस्वीरें भी इस ओर इशारा कर रहे हैं. इस बीच ‘आज तक’ उस जगह पर पहुंचा जहां 10वीं के छात्र कुशाग्र की हत्या की गई थी.
हत्याकांड का मुख्य आरोपी प्रभात शुक्ला कुशाग्र कनोडिया को बहाने से अपने घर ले गया था. वहीं, पर एक छोटे से स्टोर रूम में उसने वारदात को अंजाम दिया. पुलिस को इसी स्टोर रूम से कुशाग्र का शव बरामद हुआ था.
बगल में नारियल की रस्सी थी. रूम में रजाई-गद्दा भी था. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि साजिश के तहत प्रभात ने हत्या की पूरी तैयारी पहले ही कर ली थी.
जिस कमरे में कुशाग्र की हत्या की गई वो बेहद छोटा है. स्टोर रूम टाइप इस कमरे में एक गद्दा पड़ा हुआ था. छोटी-छोटी अलमारियां कटी हैं, जिनमें कांच के गिलास, चाकू, रूम फ्रेशनर आदि रखा हुआ था .
इस कमरे के बाहर लकड़ी का दरवाजा है. बगल से ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां हैं. इसके ठीक सामने एक सीसीटीवी कैमरा लगा है. इसी कैमरे में प्रभात के पीछे-पीछे कुशाग्र को जाते हुए देखा गया था.
वहीं, पुलिस अधिकारी इस बात से भी हैरान हैं कि जिस जगह कुशाग्र को मारा गया वहां एक अहाता है, आसपास कई घर हैं. लेकिन कुशाग्र की जिस सफाई से हत्या की गई किसी ने उसकी चीख-पुकार तक नहीं सुनी. कुशाग्र का रस्सी से गला घोंटा गया था. जब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची पड़ोसियों को भी इस बात का बिल्कुल इल्म नहीं था कि उनके ठीक बगल में किसी की हत्या हो गई है.
गौरतलब है कि कुशाग्र की हत्या के मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. जांच में सामने आया है कि प्रभात शुक्ला ने कुशाग्र की हत्या के इरादे से 3-4 दिन पहले ही रस्सी खरीद ली थी. वह कुशाग्र के आने-जाने के रास्ते की रेकी भी कर रहा था. प्रभात ये सब काम कुशाग्र की ट्यूशन टीचर रचिता के इशारे पर कर रहा था. क्योंकि रचिता को पता था कि कुशाग्र बड़े घर का लड़का है. फिरौती का पैसा आसानी से मिल सकता है. मगर फिरौती से पहले इतनी जल्दी कुशाग्र की हत्या क्यों कर दी गई, इसपर जांच चल रही है.
केस जल्द अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश
फिलहाल, पुलिस का दावा है कि वह इस केस को जल्द अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश करेगी. इस सिलसिले में जॉइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि पुलिस इस केस को फास्ट ट्रैक करने के लिए कोर्ट से अनुरोध करेगी. उन्होंने कहा कि 15 से 20 दिन के अंदर इस पूरे मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी.