मंगलवार सुबह आठ बजे तक तीसरे, चौथे व पांचवें तल की आग पूरी तरह बुझा दी गई थी, लेकिन छठे तल से धुआं निकल रहा था। आग बुझाने के लिए 50 दमकलों की मदद लेनी पड़ी। इसमें थलसेना, एयरपोर्ट, आसपास के विदिशा, सीहोर, रायसेन, औद्योगिक क्षेत्र की दमकलें शामिल थीं। आधी रात को इंदौर से भी दमकलें मंगवानी पड़ीं।
पहले एसी में विस्फोट फिर सोफे में लगी आग ने लिया विकराल रूप
जनजातीय क्षेत्रीय विकास योजनाएं संचालनालय के जिस सभा कक्ष से आग फैली, वह और आयुक्त का बैठक कक्ष भी जलकर खाक हो गया है। बताया जा रहा है कि एसी में विस्फोट होने पर आग की चिंगारी नीचे रखे सोफे पर गिरी और बाद में पूरे कक्ष को अपनी चपेट में ले लिया। खिड़की से उठती आग की लपटें चौथी मंजिल तक पहुंच गईं, बाद में पांचवीं और छठी मंजिल को आग ने पूरी तरह से लपेटे में ले लिया। हालांकि, तीसरी मंजिल में ही उत्तरी ब्लाक आग की चपेट में नहीं आया।