भोपाल. मध्य प्रदेश राजधानी भोपाल से लगे होशंगाबाद जिले का नाम नर्मदापुरम और उसके कस्बे बाबई का नाम माखन नगर होगा. केंद्र सरकार ने 2 शहरों के नाम बदलने के लिए हरी झंडी दे दी है. होशंगाबाद का नाम 617 साल बाद बदला जा रहा है. राज्य की शिवराज सरकार ने होशंगाबाद और बाबई का नाम बदलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था. इस केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है.
बाबई शहर का नाम प्रसिद्ध पत्रकार और कवि माखनलाल चतुर्वेदी के नाम रखा जा रहा है. इसी तरीके से टीकमगढ़ जिले की शिवपुरी ग्राम पंचायत का नाम कुंडेश्वर धाम किया गया है. राज्य सरकार इसका नोटिफिकेशन जल्द जारी करेगी. बता दें, बीजेपी के अंदर एक बार फिर शहरों का नाम बदले जाने की मांग तेज हो गई है. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने होशंगाबाद से लगे रायसेन जिले के ओबैदुल्लागंज का नाम बदलने की मांग की है. उन्होंने इसका नाम बदलकर रामगंज किए जाने की मांग की है.
नर्मदापुरम” किए जाने के लिए प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी का आभार . 🙏🏻
आज़ादी के 75 वाँ अमृत महोत्सव में ग़ुलामी के सभी निशान मिटाएँ जा रहें है.
ओबेदुल्लागंज को भी रामगंज किया जाना चाहिए शहजानाबाद का भी नाम बदला जाना चाहिए. pic.twitter.com/LNBLXs7OmU
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) February 4, 2022
इसके अलावा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पुराने क्षेत्र शाहजहांनाबाद का नाम भी बदले जाने की मांग की जा रही है. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का कहना है कि गुलामी के सभी चिन्ह हटाने जरूरी हैं. उनका कहना है कि जिनके नाम विदेशी आक्रांता ओं के नाम पर हैं उन्हें बदला जाना चाहिए. ओबैदुल्लागंज, गोहरगंज, बेगमगंज, गैरतगंज, बुरहानपुर, सुल्तानपुर जैसे शहरों के नाम बदले जाने की जरूरत है. इस पर कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा है कि सरकार को विकास और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर भी ध्यान देना चाहिए. नाम बदलकर सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है.