स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 19 मरीज मिले हैं। यह मरीज इंदौर, भोपाल, धार, झाबुआ, उज्जैन जबलपुर में मिले हैं। 57000 सैंपल की जांच में 19 मरीजों में कोरोना की पुष्टि की गई। इसके पहले सोमवार को 27 और मंगलवार को 20 मरीज मिले थे। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 115 हो गई है। सबसे ज्यादा 38 सक्रिय मरीज इस वक्त भोपाल में है। इंदौर में 30 और धार में 11 सक्रिय मरीज हैं।
स्वास्थ्य विभाग अपर संचालक डॉ. वीणा सिन्हा ने कहा कि यह मौसम वायरस से होने वाली बीमारियां फैलने के अनुकूल है। दूसरी बात यह है नवरात्र और दशहरा में हर जगह लोगों की भीड़ उमड़ी, लेकिन लोगों ने न तो मास्क लगाया और ना ही शारीरिक दूरी रखी। यही वजह है कि कोरोना के मरीज ज्यादा हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी जिलों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने को कहा गया है। प्रदेश में जितने भी मरीज मिल रहे हैं उनमें से 70 से 80 फीसद इंदौर और भोपाल के होते हैं। इन दोनों शहरों में भी मरीज बढ़ने की बड़ी वजह कोरोना से बचाव के लिए उपाय नहीं किया जाना है।स्वास्थ्य संचालनालय ने सभी जिलों के लिए कोरोना की जांचों का लक्ष्य तय किया है। हर दिन 70000 जांचें की जानी हैं। इनमें 50 हजार जांचें आरटीपीसीआर तकनीक से करने को कहा गया है। हालत यह है कि हर दिन 50 हजार से 57 हजार जांच ही की जा रही है। इनमें भी रैपिड एंटीजन किट से करीब 25000 जांचें की जाती हैं। यानी लगभग 40 फीसद जांचें रैपिड किट से की जा रही हैं।