विदिशा3 घंटे पहले
विवाह बंधन में बंध रहीं राधा, प्रीति, सुमन और परिवार के साथ विदिशा में बाढ़ वाले गणेशजी के दर्शन-पूजन करते सीएम व उनकी पत्नी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधना सिंह ने गुरुवार को सुंदर सेवाश्रम में पली बढ़ी 3 बेटियों का कन्यादान किया। विदिशा में उनके आस्था के केंद्र बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर सुंदर सेवाश्रम में पली बढ़ी 3 बेटियां प्रीति, राधा और सुमन की गुरुवार शाम को धूमधाम से शादी हुई। मुख्यमंत्री ने पत्नी साधना सिंह के साथ शादी की सभी रस्में निभाईं। विदाई के दौरान मुख्यमंत्री और उनका पूरा परिवार भावुक हो गया।
तीनों बेटियों के दूल्हे सरकारी कर्मचारी हैं। शादी में मुख्यमंत्री के दोनों बेटे भी मौजूद थे। घोड़ी पर चढ़कर तीनों दूल्हे शादी स्थल पर आए। इसके बाद सभी रस्में निभाई गईं। इससे पहले बुधवार को माता पूजन और मेहंदी की रस्म हुई। इस दौरान साधना सिंह भी मौजूद रहीं। उन्होंने कहा कि दायित्व कभी पूरा नहीं होता है, क्योंकि बेटियां हैं। मां इन्हें कभी छोड़ नहीं सकती है। गोद ली गई तीन बेटियों के विवाह की तैयारियों का जायजा लेने बुधवार देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी विदिशा पहुंचे।
शादी के मौके पर डांस करती युवतियां और साधना सिंह।
CM बोले- दो-ढाई साल की थी, तब लेकर आए थे बेटियों को
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि मैं बेटियों से मिलने आया था। साधना तैयारियों में लगी हुई हैं। इन बेटियों को हम साल 1998 में लेकर आए थे। तब वे दो-ढाई साल की थीं।
1998 में जब शिवराज सिंह विदिशा सांसद थे। तब क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्हें इन लड़कियों के बारे में ग्रामीणों ने बताया, तो वे इन लड़कियों को अपने सुंदर सेवाश्रम ले आए और बेटियों की तरह इनका लालन-पालन किया। सुंदर सेवाश्रम में कुल 7 लड़कियां थीं। तीनों की शादी के साथ ही सभी लड़कियों के विवाह संपन्न हो जाएंगे।
बेटियों के साथ शादी की रस्म निभातीं साधना सिंह।
सुंदर आश्रम में हुई तीनों बेटियों की परवरिश
मुख्यमंत्री की पत्नी साधना सिंह चौहान ने बताया, 1999 में ये तीनों बेटियां बेसहारा मिली थीं। तब विदिशा के तत्कालीन सांसद और वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रीति, राधा और सुमन नाम की तीनों बेटियों की परवरिश का जिम्मा लिया था। इसके बाद इन्हें मुखर्जीनगर स्थित श्री सुंदर सेवा आश्रम में रखकर देखभाल की गई। इनकी पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी तक का इंतजाम आश्रम द्वारा ही किया गया।
प्रीति और सुमन सगी बहनें
साधना सिंह ने बताया, आश्रम की बेटी प्रीति और सुमन आपस में सगी बहनें हैं। इनकी उम्र 22 से 23 साल के बीच है। 1999 में दोनों खजूरी गांव में लावारिस हालत में मिली थीं। इसी तरह, राधा को सीहोर की बुधनी तहसील के खोवा नामक गांव से बेसहारा हालत में लाया गया था। तभी से तीनों की परवरिश की जा रही है। इससे पहले 4 बेटियों की भी शादियां हो चुकी हैं।
सरकारी कर्मचारी हैं तीनों बेटियों के दूल्हे
प्रीति की रोहन, राधा की सोनू और सुमन की शादी प्रशांत से हुई है। रोहन और सोनू नगरपालिका कर्मचारी हैं। वहीं, प्रशांत निर्वाचन शाखा का कर्मचारी है।
कन्यादान की रस्म निभाते मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी साधना सिंह।