फरीदाबादएक घंटा पहले
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दिनभर जलभराव से जूझती रही जनता।
निगम पार्षद और अधिकारियों के बीच हुए विवाद के साथ मौसम की पहली बारिश से शहर बदहाल हो गया। शहर की प्रमुख सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी रही। कई स्थानों पर नेशनल हाईवे तालाब में तब्दील हो गया। भीषण गर्मी में हुई बारिश से शहरवासियों को थोड़ी राहत तो जरूर मिली लेकिन लोगों के लिए आफत भी पैदा हो गयी। सड़कों पर घुटनों तक पानी भरा होने के कारण राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर का ट्रैफिक भी थम गया। पानी निकासी के उचित प्रबंध न होने से नेशनल हाईवे पर लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ा।
इन इन स्थानों पर रही जलभराव की स्थिति
मंगलवार सुबह हुई बारिश में निगम के दावे पानी में बह गए। सड़कों पर जलभराव होने से शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। नेशनल हाईवे पर बल्लभगढु से गुडईयर चौक, गुडईयर चौक से बाटा चौक, अजरौंद चौक, सेक्टर-7-8 चौक और बल्लगढ़ चौक तालाब में तब्दील हो गए थे। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या बन गई। सबसे ज्यादा खराब हालत बाटा चौक, डबुआ कॉलोनी, पर्वतिया कॉलोनी 60 फुट रोड, सेक्टर-22, 23, सेक्टर-15ए में देखने को मिली।
इसके अलावा सेक्टर-7-8, 9-10, 10-11 की डिवाइडिंग सड़क, सेक्टर-16 के विश्राम गृह वाली सड़क, सेक्टर-11 व 12 की सड़क, सेक्टर, छह, सात, आठ, नौ, 15, 16, 17, 18, 19, 21, 22, 23, 28, 29, 30, 31 व 37 की मुख्य सड़कें, बीके-हार्डवेयर चौक, एयरफोर्स रोड, रेलवे रोड, सेक्टर-7 और 9 की हुडा मार्केट, सेक्टर-9 व 10 के डिवाइडिंग रोड, सेक्टर-3 से तिगांव रोड, सौ फुटा रोड और बल्लभगढ़ बस अड्डे पानी से भरे रहे।
इंजीनियरिंग फेल, हर जगह घुटनों तक पानी निगम कमिश्नर डॉ. गरिमा मित्तल ने बारिश से पहले निगम के इंजीनियरिंग विभाग से नाले व नालों की सफाई कराई थी। इसके लिए अभियान चलाया था, लेकिन एक ही बारिश ने निगम इंजीनियरों की इंजीनियरिंग फेल कर दी। शहर के अधिकांश सड़कों पर घुटनों तक पानी भरा हुआ था। इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा। उधर निगम कमिश्नर डॉ गरिमा मित्तल का कहना है कि जलभराव से निपटने के लिए नगर निगम और एफएमडीए मिलकर काम का रहा है। जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा।